एम श्रीनिवास रेड्डी
वाईएसआरसीपी2019
मगुनता एस रेड्डी
कांग्रेस2009
श्रीनिवासुलु रेड्डी मागुंटा
कांग्रेस2004
करणम बलराम कृष्ण मूर्ति
टीडीपी1999
मगुन्ता श्रीनिवासुलु रेड्डी
कांग्रेस1998
पर्वथाम्मा मगुन्ता
कांग्रेस1996
मनगुन्ता सुब्बारामा रेड्डी
कांग्रेस1991
राजमोहन रेड्डी मेकापति
कांग्रेस1989
बेजवाड़ा पापीरेड्डी
टीडीपी1984
वेंकट रेड्डी पुली
कांग्रेस1980
पुली वेंकट रेड्डी
कांग्रेस1977
पी अंकिनेडू प्रसाद राव
कांग्रेस1971
के जग्गैया
कांग्रेस1967
मंडल नारायणस्वामी
सीपीआई1962
रोंडा नरापा रेड्डी
कांग्रेस1957
एम नानादास
निर्दलीय1952
“प्रधानमंत्री की जाति कैसे प्रासंगिक है? उन्होंने कभी जाति की राजनीति नहीं की। उन्होंने केवल विकासात्मक राजनीति की है। वह राष्ट्रवाद से प्रेरित हैं। जो लोग जाति के नाम पर गरीबों को धोखा दे रहे हैं वे सफल नहीं होंगे। ऐसे लोग जाति की राजनीति के नाम पर केवल दौलत बटोरना चाहते हैं। बीएसपी या आरजेडी के प्रमुख परिवारों की तुलना में प्रधानमंत्री की संपत्ति 0.01 फीसद भी नहीं है।„
अन्य बयान“मैं सदैव देशहित, राष्ट्रीय एकता और अखंडता की बात करने वालों के साथ रहा हूं। मैं धार्मिक उन्माद फैलाने वालों के हमेशा खिलाफ रहा हूं। मुझे गर्व है कि मुख्यमंत्री रहते हुए मुझ में सिमी और बजरंग दल दोनों को बैन करने की सिफारिश करने का साहस था। मेरे लिए देश सर्वोपरि है, ओछी राजनीति नहीं।„
अन्य बयान“हमारे किसान हमारी शक्ति और हमारा गौरव हैं। पिछले पांच साल में मोदी जी और भाजपा ने उन्हें बोझ की तरह समझा और व्यवहार किया। भारत का किसान अब जाग रहा है और वह न्याय चाहता है„
अन्य बयान“आज भारत दुनिया में तेजी से अपनी जगह बना रहा है, लेकिन कांग्रेस, डीएमके और उनके महामिलावटी दोस्त इसे स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए वे मुझसे नाराज हैं„
अन्य बयान“जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लालू जी से मिलने उनके और तेजस्वी यादव के आवास पर पांच बार आए थे। नीतीश कुमार ने वापस आने की इच्छा जताई थी और साथ ही कहा था कि तेजस्वी को वो 2020 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं और इसके लिए 2019 के लोकसभा चुनाव में लालू उन्हें पीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर दें।„
अन्य बयान