कोरोना के कहर से जूझती सरकार को सुझाव-सलाह देने के नाम पर कांग्रेस की ओर से जिस तरह नित-नए सवाल खड़े किए जा रहे हैं उससे तो यही लगता है कि उसका इरादा केंद्रीय सत्ता को कठघरे में खड़े करना अधिक है। राहुल गांधी ने केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में वृद्धि न करने के फैसले पर आपत्ति जताते हुए कहा कि सरकार को चाहिए कि बुलेट ट्रेन परियोजना के साथ सेंट्रल विस्टा परियोजना को निलंबित कर दिया जाए। इन दोनों परियोजनाओं की घोषणा कोरोना कहर के दौर में नहीं की गई। चूंकि बुलेट ट्रेन परियोजना पर काफी कुछ काम भी हो चुका है इसलिए उसे निलंबित करने का मतलब होगा उसमें लगाए गए धन को बर्बाद करना। इसकी भी अनदेखी नहीं की जा सकती कि इस तरह की परियोजनाएं रोजगार के अवसर पैदा करने का काम करती हैं।

जहां तक सेंट्रल विस्टा परियोजना की बात है तो जब सरकार की ओर से ऐसा कुछ कहा ही नहीं जा रहा कि वह कोरोना संकट के बावजूद इस परियोजना पर हर हाल में अमल करेगी तब फिर उस पर आपत्ति जताने और उसे निलंबित करने की मांग का कोई औचित्य नहीं। चूंकि कोरोना का कहर एक बड़ी आपदा है और उससे होने वाले नुकसान का अनुमान लगाना भी कठिन है इसलिए हालात के मुताबिक जरूरी कदम उठाने और उनमें हेरफेर करते रहने की नीति ही उचित है। 

यह विचित्र है कि राहुल गांधी के साथ अन्य कांग्रेसी नेता किसानों, मजदूरों, कारोबारियों को ज्यादा से ज्यादा राहत देने पर जोर देने के साथ यह भी मांग कर रहे हैं कि सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम भी कम करे। हैरानी यह है कि उन्होंने यह मांग अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में गिरावट की खबर आते ही कर दी थी। यह ठीक है कि राहुल गांधी बिना विचारे कुछ भी कह देते हैं, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से अर्थशास्त्री और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी उनकी हां में हां मिलाते दिख रहे हैं। बेहतर होता कि वह अपनी इस उक्ति का स्मरण करते कि पैसे पेड़ पर नहीं उगते।

कम से कम उन्हें तो यह बताना ही चाहिए था कि जो वह चाह रहे हैं उसे करने के लिए सरकार पैसे का प्रबंध कहां से करे? उनके न बताने के बावजूद सरकार को इसकी चिंता करनी ही होगी। चूंकि देश असाधारण परिस्थितियों का सामना कर रहा है इसलिए सरकार को कुछ असाधारण फैसले लेने के लिए तैयार रहना चाहिए। उचित यह होगा कि सरकार राजकोषीय घाटा बढ़ने की चिंता कुछ कम करे और इस पर अधिक ध्यान दे कि कोरोना के कहर से अर्थव्यवस्था कैसे कम से कम प्रभावित हो?