अक्षम छात्रों को भी सक्षम बनाती है संस्कृत
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: भगवान दास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय का 56वां वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: भगवान दास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय का 56वां वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने मनमोहक गीत, संगीत एवं शास्त्रीय भाषण सहित अन्य कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
शुक्रवार को आयोजित समारोह की शुरुआत हरिद्वार नगर निगम के महापौर मनोज गर्ग ने दीप प्रज्ज्वलित कर की। महापौर ने कहा कि संस्कृत भाषा में बहुत सामर्थ्य होती है। यह बौद्धिक रूप से अक्षम छात्रों को भी सक्षम बनाने का कार्य करती है। विशिष्ट अतिथि ऋषिकुल संस्कृत महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. महेश चंद्र जोशी ने कहा कि संस्कृत के छात्रों को अध्ययन के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन जैसे कार्यक्रमों की ओर भी ध्यान देना चाहिए। प्राचार्य डॉ. भोला नाथ ने कहा कि संस्कृत देव वाणी है। इससे पूर्व छात्रों ने सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत की प्रस्तुति दी। इसके बाद छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देकर खूब तालियां बटोरी। इसके बाद महाविद्यालय में वॉलीबाल एवं कबड्डी प्रतियोगिता के मैच खेले गए। वालीबाल में खेले गए मुकाबले में सप्तऋषि ए एवं सप्तऋषि बी की टीम और भगवान दास संस्कृत महाविद्यालय व पंजाब ¨सध की टीम ने अपने-अपने मैच को जीतकर प्रतियोगिता के अंतिम चार में प्रवेश किया। इसी प्रकार कबड्डी में खेले मैचों में निर्मल संस्कृत महाविद्यालय, संस्कृत विवि एवं भगवान दास संस्कृत महाविद्यालय ने सेमीफाइन में अपनी जगह बना दी है। सेमीफाइनल मुकाबला 25 मार्च को खेला जाएगा। इसी दिन रस्साकस्सी, शास्त्रीय भाषण, प्रश्नमंच, श्लोकांत्याक्षरी आदि प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। जिसका पुरस्कार वितरण 26 मार्च को किया जाएगा। इस मौके पर राहुल पोखरियाल, बलदेव चमोला, नवीन पंत, डॉ. निरंजन मिश्र, डॉ. वीके ¨सह देव, डॉ. र¨वद्र कुमार, दीपक कोठारी, डॉ. संयोगिता, नरेश चंद्र बलियानी, ज्योति प्रकाश, कमल पाटनी, रमेश शर्मा आदि मौजूद रहे।