खाली नहीं रहेगी रक्षकों की कलाई, उत्तराखंड में राखियां बनाने में जुटी बहनें
बार्डर पर तैनात सैनिकों की कलाई रक्षा बंधन पर्व पर सूनी नहीं रहेंगी। देहरादून में बहनें वीरों के लिए राखियां बनाने में जुट गई हैं।
देहरादून, [जेएनएन]: बार्डर पर तैनात सैनिकों की कलाई रक्षा बंधन पर्व पर सूनी नहीं रहेंगी। देहरादून में बहनें वीरों के लिए राखियां बनाने में जुट गई हैं। दैनिक जागरण की ओर से 'भारत रक्षा पर्व' का आगाज हुआ। ओलपंस हाई और सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल में बहनों ने आकर्षक और सुंदर राखियां बनाई। उनमें जुनून था और बार्डर पर तैनात भाइयों के लिए प्रेम भी। हर कोई बेहतर से बेहतर राखी के साथ ग्रिटिंग कार्ड बनाने में जुटी थी।
वर्ष 2011 से दैनिक जागरण 'भारत रक्षा पर्व' का आयोजन कर रहा है। इसके तहत तीन रथ चलाए जाते हैं। विभिन्न जगहों से बहनों से राखियां एकत्रित कर एक रथ कानपुर से जम्मू, दूसरा कानपुर से सिलीगुडी और तीसरा रायपुर से जम्मू पहुंचता है।
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यहां बार्डर पर तैनात सैनिकों की कलाई पर राखी बांधी जाती है। 22 जुलाई को कानपुर से रथ चल चुका है, जो आगरा, अलीगढ़, बरेली, हल्द्वानी, मुरादाबाद, मेरठ, नोएडा होते हुए दो अगस्त को देहरादून पहुंचेगा। सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल में उप प्रधानाचार्य अल्का राणा, गिरीश चमोली और ओलपंस हाई में मोनिका ने सहयोग किया।
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जागरण कार्यालय में भेजें रक्षा सूत्र
अगर आपने भी सैनिक भाइयों के लिए राखियां बनाई हैं तो आप पटेलनगर स्थित दैनिक जागरण कार्यालय में इन्हें दे सकते हैं। हम आपके प्यार को सैनिकों तक पहुंचाएंगे।
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