तीन किलो सोने के बदले थमा गए कागज की गडि्डयां, आरोपियों को दबोचा
देहरादून में तीन किलो सोने के बदले कागज की गडि्डयां देने का मामला सामने आया है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
देहरादून, [जेएनएन]: एक माह पहले दून के सर्राफ से तीन किलो सोने की ठगी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने सोमवार रात कुरुक्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से 1.6 किलोग्राम सोना और वारदात में प्रयुक्त कार बरामद कर ली गई है। एक आरोपी अब भी फरार है। पुलिस का दावा है कि बाकी सोना चौथे आरोपी की गिरफ्तारी के साथ ही बरामद कर लिया जाएगा।
ठगी की यह घटना 26 अप्रैल की दोपहर नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र के अजबपुर चौक पर हुई थी। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने मंगलवार को इस चर्चित ठगी का पर्दाफाश करते हुए बताया कि डील में मध्यस्थता करने वाले अरुण सैनी और मंजीत कुमार से पूछताछ में पता चला था कि वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों बदमाश मोहंड के रास्ते सहारनपुर और वहां से कुरुक्षेत्र भाग गए। कार सवार बदमाशों की पहचान होने के बाद उनकी गिरफ्तारी के लिए एक टीम कुरुक्षेत्र रवाना की गई। तीनों आरोपी कुरुक्षेत्र में भी किसी वारदात को अंजाम देने की तैयारी कर रहे थे।
गिरफ्तार ठगों की पहचान गुरुदीप उर्फ दिप्पा (38) पुत्र जगन्नाथ निवासी झांसा रोड गांधीनगर गली नंबर-3 थानेसर कुरुक्षेत्र (हरियाणा), साहब सिंह उर्फ साबा (57) पुत्र स्व. अमर सिंह निवासी ग्राम मेघामाजरा थाना झांसा कुरुक्षेत्र (हरियाणा) व गुरुजंट उर्फ मिट्ठू (37) पुत्र करम सिंह निवासी ककराला थाना पसियाना जिला पटियाला (पंजाब) के रूप में हुई। तीनों के पास से फर्जी डीएल, 16 नोटनुमा सफेद कागजों की गड्डी, 12 रजिस्टर और एक इलेक्ट्रॉनिक तराजू बरामद किया गया है। एक आरोपी सुमेर अभी फरार है।
साहब सिंह बना था कारोबारी
डील के दौरान गुरुदीप मध्यस्थ की भूमिका में था। उसने ज्वेलर सचिन रस्तोगी से साहब सिंह का परिचय कारोबारी के रूप में कराया, जबकि गुरुजंट वाहन चालक के किरदार में था। गुरुदीप ने ही सचिन को रजिस्टर से भरा बैग थमाया था।
करोड़ों की ठगी कर चुका है गिरोह
गुरुदीप, साहब सिंह व गुरुजंट का गिरोह पंजाब और हरियाणा में करोड़ों की ठगी कर चुका है। तीनों पर कुरुक्षेत्र के पेहवा में 65 लाख और सोनीपत के थाना मुरथल में पौने दो करोड़ की ठगी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज है। इसके अलावा कुरुक्षेत्र के शाहबाद थाने में गुरुदीप व साहब और सोनीपत के समाल्खा थाने में गुरुजंट के खिलाफ ठगी का मुकदमा दर्ज है।
पुलिस की वर्दी में साथ रहता था सुमेर
इस गिरोह का चौथा सदस्य सुमेर सिंह पुलिस की वर्दी में घटनास्थल से थोड़ी दूर पर मौजूद होता था। उसकी भूमिका तब शुरू होती थी, जब साथी पकड़ लिए जाते। ऐसी स्थिति आने पर सुमेर बातचीत से मामला रफा-दफा करा देता। इस घटना में भी सुमेर पुलिस की वर्दी में अपने साथियों के आसपास ही मौजूद था।
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