ब्राडगेज लाइन में सरपट दौड़ेगी रेल
जेएनएन, टनकपुर बनबसा: बड़ी रेलवे लाइन में रेल सेवा शुरू होने में अब कुछ ही समय शेष रह गया है। रेलव
जेएनएन, टनकपुर बनबसा: बड़ी रेलवे लाइन में रेल सेवा शुरू होने में अब कुछ ही समय शेष रह गया है। रेलवे का ट्रायल पूरी तरह सफल हो गया है। जल्द ही अब क्षेत्रवासी ब्राड गेज लाइन में रेल चलते देखने लगेंगे।
रेलवे ने तय समय पर ब्राड गेज रेल लाइन बिछाने का काम पूरा कर दिया है। इसका ट्रायल भी सफल रहा। गुरूवार को ब्राड गेज लाइन में ट्रायल के लिए एक रेलवे इंजन इंजीनियर, ड्राइवर सहित सात लोगों को लेकर 1 बजकर 40 मिनट में पीलीभीत स्टेशन से चला। इंजन न्यूरिया, खटीमा, मझौला, बनबसा होते हुए टनकपुर 5 बजकर 50 मिनट पर पहुंची। इंजन को पीलीभीत से टनकपुर पहुंचने में 5 घंटा 10 मिनट लगा। महीनों बाद रेल चलने से पूरे क्षेत्र में कौतुहल बना रहा। जहां-जहां रेल रूक रही थी वहां लोगों की भीड़ इकठ्ठा हो गई। सब रेल को देखते रहे। उन्हें लगने लगा है कि अब जल्द ही रेल सेवा फिर से शुरू हो जाएगी।
नई ब्राडगेज लाइन बनने के साथ ही अब टनकपुर स्टेशन में चार प्लेटफार्म बनेंगे। साथ ही ट्रेनों की धुलाई के लिए अलग से प्लेटफार्म भी बनेगा। पूरे स्टेशन को नया रूप दिया जाएगा।
2017 तक टनकपुर से देश के महानगरों के साथ ही विभिन्न शहरों के लिए एक्सप्रेस ट्रेनें सरपट दौड़ेगी इसी के साथ चम्पावत व पिथौरागढ़ जिले के लोगों की दिक्कतें भी कम हो जाएंगी। लोगों को इसका बेसब्री से इंतजार है।
बीते वर्ष बंद हुई थी रेल सेवा
चम्पावत: अंग्रेजों के समय से टनकपुर तक चलने वाली रेलवे की 104 साल पुरानी सेवा बीते वर्ष 2016 में बंद हो गई थी। ब्रिटिश राज में वर्ष-1912 में पहाड़ का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले टनकपुर को रेलवे लाइन से जोड़ा गया। अंग्रेजों ने रेलवे लाइन बूम तक लाइन बिछाई थी। फिलहाल टनकपुर स्टेशन में केवल एक ही प्लेटफार्म है। पीलीभीत से आने वाली गाड़ी ही वापस चली जाती है। ऐसी गाड़ियों की संख्या चार है।
पीलीभीत से ट्रायल चला इंजन
स्थान समय
पीलीभीत 1 बजकर 40 मिनट चली
न्यूरिया 2 बजे
मझौला 2 बजकर 15 मिनट
खटीमा 3 बजे
बनबसा 4 बजकर 45 मिनट
टनकपुर 5 बजकर 50 मिनट
--- रेलवे का प्रथम चरण का ट्रायल पूरी तरह सफल रहा है। जल्द ही ब्राडगेज लाइन पर रेलवे सरपट दौड़ने लगेंगी। जिससे यहां रहने वाले लोगों का लाभ मिल सकेगा।
केडी कापड़ी, रेलवे अधीक्षक, टनकपुर