Move to Jagran APP

Heat Wave: वाराणसी में लू ने झुलसाया, बढ़ती गर्मी के बीच येलो अलर्ट जारी; घाटों पर दिख रहा सन्नाटा

Heat Wave उत्तर प्रदेश में गर्मी से हाल-बेहाल है। इन दिनों भीषण गर्मी से लोग परेशान हो रहे हैं। लगातार तेज धूप और लू से जीव-जंतु से लेकर आम जनता बेहाल हो गई है। लू के कारण पूरे दिन सड़कों पर लोग खुद को कपड़ों में कैद करते दिखे। कोल्ड ड्रिंक और जूस की मांग बाजार में बढ़ गई है।

By Jagran News Edited By: Swati Singh Published: Fri, 26 Apr 2024 01:39 PM (IST)Updated: Fri, 26 Apr 2024 01:39 PM (IST)
वाराणसी में लू ने झुलसाया, बढ़ती गर्मी के बीच येलो अलर्ट जारी

जागरण संवाददाता, वाराणसी। उत्तर प्रदेश में गर्मी से हाल-बेहाल है। इन दिनों भीषण गर्मी से लोग परेशान हो रहे हैं। लगातार तेज धूप और लू से जीव-जंतु से लेकर आम जनता बेहाल हो गई है। गर्मी मुश्किल बढ़ा रही है। लू के थपेड़े शरीर को झुलसा रहे हैं। गुरुवार को तापमान बढ़ गया।

loksabha election banner

वाराणसी में अधिकतम तापमान 42.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 23.5 डिग्री रहा। 29 अप्रैल तक इसी तरह हीट वेव चलेगी, इसके लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।

लू के कारण सड़कों पर कम हुए लोग

लू के कारण पूरे दिन सड़कों पर लोग खुद को कपड़ों में कैद करते दिखे। कोल्ड ड्रिंक और जूस की मांग बाजार में बढ़ गई है। सड़कों पर कम ही लोग निकले। घाटों पर सन्नाटा दिखा। धूप से बचने के लिए लोग हर प्रयास करते दिखे।

अभी और बढ़ेंगी गर्मी

बीएचयू के जीओ फिजिक्स के पूर्व प्रोफेसर और मौसम विज्ञानी सुरेन्द्र नाथ पांडेय ने बताया कि गर्मी और बढ़ेगी, इसलिए लोगों को धूप से बचाव ही सही विकल्प होगा।

मवेशियों का भी हाल-बेहाल

गर्मी के साथ असहनीय धूप हो रही है। तीखी धूप व गर्मी से इंसान तो परेशान हैं ही, साथ में मवेशियों पर भी गर्मी का खूब असर हो रहा। उन पर भी हीट स्ट्रोक का खतरा मंडराने लगा है। ऐसे में पशुपालकों ने पशुओं की देखभाल में लापरवाही की तो बड़ा नुकसान हो सकता है। लापरवाही से मवेशी संकट में आए तो उनके इलाज को लेकर पालकों की भी दिक्कत बढ़ेगी। इसे लेकर पशुपालन विभाग की ओर से भी बचाव को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है

हीट स्ट्रोक के लक्षण

  • सुबह सामान्य मवेशी के शरीर का तापमान दोपहर से शाम तक 104 से 106 डिग्री तक हो जाता है।
  • शरीर का तापमान बढ़ने के साथ मुंह से लार भी आने लगती है। मवेशी खाना-पीना छोड़ देते हैं।
  • पशु कमजोर होने लगता है। दुधारू मवेशी दूध कम कर देते हैं।
  • शरीर में पानी की कमी होने से गोबर रुक जाता है।

यह भी पढ़ें: Varanasi News: शैवाल से जैव ईंधन बनाने की ओर बढ़े कदम, घटेगा कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.