UP News: स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा, आदिवासियों को लेकर अफवाह फैलाने का लगाया आरोप
सीएए लागू होने के विरोध में विवादित ट्वीट करने वाले राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ सोनभद्र में मुकदमा दर्ज किया गया है। तहरीर में कहा है कि केंद्र व प्रदेश सरकार आदिवासियों वंचितों के हित में तमाम कार्य कर रही है। पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक्स पर जो लिखा है आदिवासी दलित पिछड़ा गरीब अल्पसंख्यक विरोधी भी है।
संवाद सूत्र, खलियारी (सोनभद्र)। सीएए लागू होने के विरोध में एक्स पर विवादित ट्वीट करने वाले राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ सोनभद्र में मुकदमा दर्ज किया गया है। मांची थाना पुलिस ने क्षेत्र के बाराडाड़ गांव निवासी बिंदु खरवार की तहरीर पर यह कार्रवाई की है।
यह है पूरा मामला
बिंदु खरवार ने थाने में दी तहरीर में कहा है कि केंद्र व प्रदेश सरकार आदिवासियों, वंचितों के हित में तमाम कार्य कर रही है। पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने सीएए लागू होने पर एक्स पर लिखा है कि नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएए) कानून लागू करना केंद्र सरकार का जन विरोधी निर्णय है, जो आदिवासी, दलित, पिछड़ा, गरीब, अल्पसंख्यक विरोधी भी है।
सैकड़ों वर्षों से जंगलों में रहने वाले आदिवासियों तथा घुमंतू जनजातियों, ग्राम समाज की जमीन पर बसे दलितों, पिछड़ों, गरीबों, वंचितों, अल्पसंख्यकों के पास आज भी राजस्व अभिलेख उपलब्ध नहीं है, इस कानून के माध्यम से ऐसे करोड़ों लोगों को प्रताड़ित करने व कब्जे से बेदखल कर नागरिकता से वंचित करने का घिनौना साजिश है। इस जन विरोधी कानून की मैं घोर निंदा करता हूं।
इस ट्वीट पर बाराडाड़ गांव निवासी बिंदु खरवार ने दी तहरीर में कहा है कि स्वामी प्रसाद दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को लेकर गलत तरीके से अफवाह फैला रहे हैं। हकीकत यह है कि केंद्र व प्रदेश सरकार जंगलों में रहने वालों को वनाधिकार कानून के तहत पट्टा दे रही है।
मांची थाना प्रभारी निरीक्षक रामदरस राम ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।