Chakbandi News: यूपी के इस जिले में 62 गांवों की होगी चकबंदी, मिलेगी ‘रीयल टाइम खतौनी’ की सुविधा
इस जिले में अब तक 1486 राजस्व गांव के लोगों को ‘रीयल टाइम खतौनी’ की सुविधा मिल रही है। वहीं चयनित होने के बाद भी 176 गांवों के लोग इस सुविधा से वंचित हैं जबकि कुछ गांवों के लोग चकबंदी के लिए चल रहे सर्वे तथा कुछ गांवों के लोग खतौनी के रूपांतरण की वजह से यह सुविधा नहीं पा रहे हैं।
दिलीप पाण्डेय, संतकबीर नगर। इस जिले में अब तक 1486 राजस्व गांव के लोगों को ‘रीयल टाइम खतौनी’ की सुविधा मिल रही है। वहीं चयनित होने के बाद भी 176 गांवों के लोग इस सुविधा से वंचित हैं, जबकि कुछ गांवों के लोग चकबंदी के लिए चल रहे सर्वे तथा कुछ गांवों के लोग खतौनी के रूपांतरण की वजह से यह सुविधा नहीं पा रहे हैं। इस प्रक्रिया के पूर्ण हो जाने के बाद ही वे यह सुविधा पाएंगे।
जनपद के 62 गांवों में सर्वे करके होनी है चकबंदी
खलीलाबाद में 632, धनघटा में 579 व मेंहदावल तहसील क्षेत्र में 522 यानी जनपद के इन तीन तहसीलों में कुल 1,733 राजस्व गांव हैं। इसमें खलीलाबाद के चार, धनघटा के 42 व मेंहदावल तहसील के 16 राजस्व गांवों में सर्वे करके चकबंदी होनी है।
खलीलाबाद के दो, धनघटा के सात व मेंहदावल-शून्य यानी कुल नौ राजस्व गांवों के खतौनी का रूपांतरण होना है। इसलिए वर्तमान में जनपद के तीन तहसीलों के 1,662 राजस्व गांव के लोगों को ही रीयल टाइम खतौनी का लाभ दिया जाना है।
रीयल टाइम खतौनी से एक नहीं अनेक फायदे
पहले 13 कॉलम में खतौनी हाेती थी। माना कि किसी व्यक्ति के पास दस अलग-अलग गाटे में भूमि है तो उसे एक पेज में खतौनी 15 रुपये शुल्क देने पर मिल जाती थी। रीयल टाइम खतौनी की व्यवस्था लागू हो जाने से काफी बदलाव आया है। अब यह 19 कॉलम का हो गया है। यदि किसी के पास दस अलग-अलग गाटे में भूमि है तो उसे दस पेज में खतौनी मिल रही है यानी प्रति पेज 15 रुपये।
इसकी वजह से इतने पन्ने वाली रीयल टाइम खतौनी के लिए 150 रुपये शुल्क जमा करना होगा। पब्लिक डोमेन में जाकर कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन अपने भूमि के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है।
यदि कोई व्यक्ति अपनी भूमि बेचता है अथवा खरीदता है, इस पर परिवर्तन से संबंधित आदेश जारी होते ही अनुपालन तुरंत किया जाता है। वरासत सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्य में पारदर्शिता आ गई है। इसके लिए अनावश्यक भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी।
कितने राजस्व गांवों को रीयल टाइम खतौनी का लाभ और कितने को नहीं?
तहसील | चयनित राजस्व गांव | लाभ पा रहे | इतने को लाभ नहीं |
खलीलाबाद | 626 | 537 | 89 |
धनघटा | 530 | 490 | 40 |
मेंहदावल | 506 | 459 | 47 |
योग | 1662 | 1486 | 176 |
कुछ गांवों में चकबंदी के लिए सर्वे तो कुछ गांवों में खतौनी के रूपांतरण आदि की वजह से वहां के लोगों को यह सुविधा नहीं मिल रही है। नियमानुसार इस प्रक्रिया के पूर्ण हो जाने के बाद इन राजस्व गांवों के लोगों को भी यह सुविधा मिलेगी। इसके लिए जिला व तहसील प्रशासन प्रयासरत है।
-जय प्रकाश, एडीएम वित्त एवं राजस्व।