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टनकपुर रूट पर ट्रेन संचालन में बाधा

पीलीभीत : पूर्वोत्तर रेलवे के पीलीभीत-टनकपुर रेल रूट पर संचालन शुरू किए जाने को लेकर रेलवे विभाग की

By Edited By: Published: Sat, 18 Feb 2017 11:48 PM (IST)Updated: Sat, 18 Feb 2017 11:48 PM (IST)
टनकपुर रूट पर ट्रेन संचालन में बाधा
टनकपुर रूट पर ट्रेन संचालन में बाधा

पीलीभीत : पूर्वोत्तर रेलवे के पीलीभीत-टनकपुर रेल रूट पर संचालन शुरू किए जाने को लेकर रेलवे विभाग की तस्वीर साफ नहीं है। अगले माह उत्तराखंड का मां पूर्णागिरि मेला शुरू हो रहा है, जिससे तीर्थयात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। रेल विभाग ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है।

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इज्जतनगर मंडल के अंतर्गत पीलीभीत-मझोला-टनकपुर रेलखंड 60 किलोमीटर लंबा है, जो उत्तराखंड को रेल मार्ग से जोड़ता है। 28 नवंबर 2015 को रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु व महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने संयुक्त रूप से भोजीपुरा-पीलीभीत-टनकपुर रेल खंड का शिलान्यास किया था। शिलान्यास के बाद ब्रॉडगेज लाइन का काम शुरू कर दिया गया। प्रथम चरण में भोजीपुरा-पीलीभीत बड़ी रेल लाइन का संचालन शुरू कर दिया गया। द्वितीय चरण में पीलीभीत-मझोला पकड़िया-टनकपुर रेल रूट का अमान परिवर्तन कार्य किया जा रहा है। अभी तक टनकपुर रेल रूट पर ट्रेन संचालन के बारे में कोई रुख साफ नहीं किया गया, क्योंकि अगले महीने उत्तराखंड में मां पूर्णागिरि का मेला शुरू हो रहा है। अगर बड़ी रेल लाइन की ट्रेन सुविधा नहीं दी गई, तो तीर्थयात्रियों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। रेलवे सूत्रों के मुताबिक पीलीभीत से मझोला पकड़िया तक बड़ी रेल लाइन की ट्रेन संचालन की योजना बनाई जा रही है। इसी श्रृंखला में शनिवार को पीलीभीत-टनकपुर रूट पर मालगाड़ी ने पत्थर डालने का काम किया। पत्थर पड़ने के बाद लाइन लेव¨लग मशीन से पटरियों को बराबर करने का काम किया जाएगा। इज्जतनगर मंडल के डीआरएम के पीआरओ राजेंद्र ¨सह ने बताया कि पीलीभीत-मझोला तक रेल बिछाने का काम पूरा हो चुका है। इसके बाद सीआरएस निरीक्षण की तिथि ली जाएगी। निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर पहले मझोला तक रेलगाड़ी संचालित कराई जाएगी।

मझोला से बस से जाना होगा टनकपुर

पूर्वोत्तर रेलवे के पीलीभीत-टनकपुर रेल खंड पर मझोला तक बड़ी लाइन की ट्रेन अगले माह चलाई जाती है, तो रेल यात्रियों के साथ ही श्रद्धालुओं को कोई खास फायदा नहीं होगा। उत्तराखंड के खटीमा स्टेशन से अधिक सवारियां सफर करती है। मझोला उतरने के बाद यात्रियों को बस से टनकपुर जाना पड़ेगा। इससे मझोला तक रेल गाड़ी संचालन का कोई फायदा नजर नहीं आ रहा है।


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