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Vindhyachal Dham: नवरात्रि में मां विंध्यवासिनी के चरण स्पर्श पर लगी रोक, निकास द्वार से एंट्री रहेगी बैन

चैत्र नवरात्र मेले के दौरान विंध्याचल मंदिर में निकास द्वार से प्रवेश पूरी तरह वर्जित रहेगा। विंध्याचल के प्रशासनिक भवन में गुरुवार को मंडलायुक्त डा. मुथु कुमार स्वामी बी व डीआइजी आरपी सिंह ने जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन एसपी अभिनंदन और एडीएम वित्त व राजस्व शिव प्रताप शुक्ला के साथ तैयारियों की समीक्षा की। मंडलायुक्त ने कहा कि सभी अधिकारी छह अप्रैल तक तैयारियों को हर हाल में पूर्ण कर लें।

By Jagran News Edited By: Swati Singh Published: Fri, 05 Apr 2024 02:59 PM (IST)Updated: Fri, 05 Apr 2024 02:59 PM (IST)
नवरात्रि में मां विंध्यवासिनी के चरण स्पर्श पर लगी रोक

जागरण संवाददाता, मीरजापुर। चैत्र नवरात्र मेले के दौरान विंध्याचल मंदिर में निकास द्वार से प्रवेश पूरी तरह वर्जित रहेगा। मां विंध्यवासिनी के चरण स्पर्श पर भी प्रतिबंध रहेगा। नवरात्र मेला सकुशल संपन्न कराने के लिए क्षेत्र को 10 जोन और 21 सेक्टर में बांटा गया है।

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विंध्याचल के प्रशासनिक भवन में गुरुवार को मंडलायुक्त डा. मुथु कुमार स्वामी बी व डीआइजी आरपी सिंह ने जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, एसपी अभिनंदन और एडीएम वित्त व राजस्व शिव प्रताप शुक्ला के साथ तैयारियों की समीक्षा की। मंडलायुक्त ने कहा कि सभी अधिकारी छह अप्रैल तक तैयारियों को हर हाल में पूर्ण कर लें।

सादे वर्दी में पुलिस बल रहेगी तैनात

डीआइजी ने कहा कि मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था के लिए चारों ओर पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था रहेगी। सादे वर्दी में पुलिस व एलआइयू के जवान सक्रिय रहेंगे। पुलिस अधिकारी पुलिस कर्मियों को अच्छी तरह से ब्रीफ कर दें कि श्रद्धालुओं के साथ अच्छा व्यवहार किया जाए। भटके श्रद्धालुओं को उचित मार्ग पर भेजें।

गर्भगृह में चरण स्पर्श रहेगा प्रतिबंधित

डीएम ने मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी व पंडा समाज के पदाधिकारियों से कहा कि निकास द्वार से प्रवेश एवं मेला के दौरान गर्भगृह में चरण स्पर्श प्रतिबंधित रहेगा।

सात दानपात्रों से मिले 22.68 लाख रुपये

विंध्याचल, अष्टभुजा और कालीखोह धाम में लगे सात दान पात्रों में जमा धनराशि की गिनती गुरुवार को की गई। विंध्य पंडा समाज कार्यालय में पुलिस व सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में नायब तहसीलदार सुरेंद्र प्रताप सिंह की अगुवाई कर्मचारियों ने राशि की गिनती की। इस दौरान 22 लाख 68 हजार दो सौ 44 रुपये मिले। वहीं बुधवार को भी चार दानपात्रों से 19 लाख 65 हजार सात सौ रुपये मिले थे।

लगाए गए हैं कुल 11 दानपात्र

विंध्याचल, अष्टभुजा और कालीखोह मंदिर में दान करने के लिए प्रशासन की ओर से कुल 11 दानपात्र लगाए गए हैं। इनमें नौ विंध्याचल और एक-एक कालीखोह व अष्टभुजा में हैं। सभी दानपात्र धनराशि से भर गए थे, जिनकी गिनती राजस्व व स्टेट बैंक कर्मियों से कराई जा रही है। अब तक 11 दान पात्रों से कुल 42 लाख 33 हजार 444 रुपये मिले हैं।

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