साढ़े नौ अरब से होगा मैलानी -बहराइच रेल प्रखंड का कायाकल्प
समझा जाता है कि जब गेज परिवर्तन का काम पूरा हो जाएगा तो मैलानी से बहराइच के बीच के निवासी भी बड़ी लाइन के ट्रेन से दिल्ली जा सकेंगे जो अभी तक सपना बना हुआ है। ----------------------------------------------- करीब 12 लाख लोग होंगे लाभांवित मैलानी-बहराइच रेल प्रखंड का गेज बदले जाने से खीरी व बहराइच जिले के करीब 12 लाख लोग लाभांवित होंगे। अभी तक इस रेल प्रखंड पर रहने वाले लोगों के लिए 24 घंटे में केवल चार जोड़ी मीटर गेज की ट्रेने है जो घंटों बिलंब से चलती है, लेकिन और कोई विकल्प न होने के कारण उन्हे मजबूरन अपना कीमती समय बर्बाद करके इन्ही ट्रेनों में सफर करना पड़ता है।
हरीश श्रीवास्तव, पलियाकलां (लखीमपुर): मैलानी -बहराइच रेल प्रखंड को मीटर गेज से ब्राडगेज में बदलने की कार्ययोजना को मूर्त रूप देना शुरू कर दिया गया है। रेलवे ने इस काम को प्राथमिक तौर पर शुरू करने के लिए एक करोड़ रुपये भी जारी हो गए हैं। मैलानी से बहराइच तक करीब 230 किलोमीटर की रेल लाइन को बदलने में करीब 9.50 अरब रुपये खर्च होंगे। इस परियोजना में पलिया से मझगईं होकर निघासन होते हुए बेलरायां तक 54.70 किमी की नई रेल लाइन बिछाने का काम भी शामिल है।
रेलवे की ¨पक बुक में शामिल है योजना
रेलवे द्वारा वर्ष 2019-2020 में सात रेल लाइनों को ब्राडगेज में बदलने का कार्य निर्धारित किया गया है। जिसमें बहराइच-मैलानी इनक्लयू¨डग बाईपास एट मैलानी नाम से यह परियोजना भी शामिल है। रेलवे की जो भी कार्ययोजना होती है वह उसकी ¨पक बुक में शामिल की जाती है तभी उसके लिए बजट का आवंटन मिलता है। इस लिहाज से यह परियोजना रेलवे की प्राथमिकताओं में गिनी जा सकती है जिससे इसका काम तेजी से होने की भी संभावना बनती है।
परियोजना पूर्ण होने पर दूर नहीं रह जाएगी दिल्ली
हालांकि गेज परिवर्तन का काम काफी बड़ा है और इसके पूरा होने में काफी समय भी लगेगा, लेकिन काम शुरू होने की खबर से ही लोगों में काफी उत्साह है और अब लोगों को लग रहा है दिल्ली दूर नहीं रह जाएगी। समझा जाता है कि जब गेज परिवर्तन का काम पूरा हो जाएगा तो मैलानी से बहराइच के बीच के निवासी भी बड़ी लाइन के ट्रेन से दिल्ली जा सकेंगे जो अभी तक सपना बना हुआ है। करीब 12 लाख लोग होंगे लाभांवित
मैलानी-बहराइच रेल प्रखंड का गेज बदले जाने से खीरी व बहराइच जिले के करीब 12 लाख लोग लाभांवित होंगे। अभी तक इस रेल प्रखंड पर रहने वाले लोगों के लिए 24 घंटे में केवल चार जोड़ी मीटर गेज की ट्रेने है जो घंटों बिलंब से चलती है, लेकिन और कोई विकल्प न होने के कारण उन्हे मजबूरन अपना कीमती समय बर्बाद करके इन्ही ट्रेनों में सफर करना पड़ता है।