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बूथों की पड़ताल: यूपी में इस हाट सीट पर कागज में तैयारी पूरी, धरातल पर अब भी अधूरी

कुशीनगर जिले में खड्डा पडरौना कुशीनगर हाटा रामकोला फाजिलनगर तमकुहीराज सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इन विधानसभा क्षेत्रों के बूथों को मतदान के लायक तैयार करने की कवायद लोकसभा चुनाव की तिथि घोषित होने से पहले ही शुरू हो गई थी। कार्य भी शुरू हुए लेकिन अब तक बूथ उन सुविधाओं से पूरी तरह से सुसज्जित नहीं किए जा सके जिसके लिए चुनाव आयोग ने निर्देश दे रखा है।

By Jagran News Edited By: Vivek Shukla Published: Thu, 11 Apr 2024 11:47 AM (IST)Updated: Thu, 11 Apr 2024 11:47 AM (IST)
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर प्रशासन की तैयारी जोरों पर है।

 Lok Sabha Election लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर प्रशासन की तैयारी जोरों पर है। इसमें सर्वाधिक जोर बूथों को व्यवस्थित करने को लेकर है। मतदान से पहले सभी बूथों को पूरी तरह से तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। कुशीनगर जिले में सातवें चरण में यानी एक जून को वोट डाले जाएंगे। सात मई से नामांकन शुरू होगा, उससे पहले सभी बूथों को ठीक करने का दावा किया जा रहा है।

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प्रशासन की ओर से इस बात का दावा किया जा रहा है कि बूथों पर बिजली, पानी, रैंप, चहारदीवारी को दुरुस्त कर लिया गया है और वहां पहुंचने का मार्ग भी बेहतर हो चुका है। इन दावों को परखने के लिए दैनिक जागरण की टीम ने विभिन्न बूथों की पड़ताल की। सभी बूथों पर जितना दावा किया जा रहा है, वैसी स्थिति नजर नहीं आ रही है।

कई बूथों पर जरूरी सुविधाओं को लेकर अभी बहुत कुछ किया जाना है। यह स्थिति तब है जब प्रशासन की ओर से बूथों को व्यवस्थित करने के लिए कई बार बैठकें की जा चुकी हैं। समय-समय पर निरीक्षण भी किया जा रहा है। प्रशासन की ओर से बूथों को व्यवस्थित करने की कार्ययोजना तो तैयार कर ली गई है लेकिन अभी तक उसे पूरी तरह जमीन पर नहीं उतारा गया है।

नगरीय क्षेत्रों में स्थिति कुछ ठीक है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में हालात अच्छे नहीं नजर आ रहे। जनपद के विभिन्न बूथों पर उपलब्ध सुविधाओं व कमियों को इंगित करती अजय कुमार शुक्ल की रिपोर्ट...

कुशीनगर जिले में खड्डा, पडरौना, कुशीनगर, हाटा, रामकोला, फाजिलनगर, तमकुहीराज सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इन विधानसभा क्षेत्रों के बूथों को मतदान के लायक तैयार करने की कवायद लोकसभा चुनाव की तिथि घोषित होने से पहले ही शुरू हो गई थी। कार्य भी शुरू हुए लेकिन अब तक बूथ उन सुविधाओं से पूरी तरह से सुसज्जित नहीं किए जा सके, जिसके लिए चुनाव आयोग ने निर्देश दे रखा है।

अब भी बिहार से होकर कुशीनगर के कई बूथों तक मतदान कर्मियों के पहुंचने की दुश्वारी खड़ी है। मतदाताओं के लिए बूथ तक पहुंचने के लिए चार से पांच किमी का दुरूह सफर तय करने की मजबूरी अब भी है। जिले में कई ऐसे बूथ हैं, जहां शौचालय, रैंप, पेयजल, बिजली आदि से जुड़े कार्य किए गए हैं।

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दियारा के बूथ पर बिजली की व्यवस्था नहीं

जिले के एक छोर पर बिहार सीमा से लगे खड्डा विधानसभा क्षेत्र के बूथों का हाल हर बार की तरह इस बार भी खराब है। यहां बिजली, पानी का संकट है। शिवपुर का बूथ नंबर एक संविलियन विद्यालय पर बना है। यहां कुल एक हजार 125 मतदाता हैं। हरिपुर का बूथ तीन व चार हरिहरपुर विद्यालय में है। बूथ संख्या तीन पर 672 व चार पर 894 मतदाता हैं। किसी भी बूथ पर बिजली नहीं है।

मतदान के समय सौर उर्जा या किराए के जनरेटर से काम चलाया जाता है। यही हाल बूथ नंबर दो प्राथमिक विद्यालय मरिचहवा का है। यहां एक हजार 104 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। यहां चहारदीवारी भी नहीं है। मतदान कर्मी या तो नारायणी नदी पार कर इन बूथों पर पहुंचेंगे या फिर बदहाल रास्ते के जरिये बिहार के नौरंगिया से होते हुए यहां जाना होगा।

बूथ तक जाने के लिए तय करनी होगी चार किमी की दूरी

बिहार के दूसरे छोर पर अमवाखास के टोला बरवापट्टी, कैथवलिया, लिलाहट, खैरटिया तीन टोले के तीन बूथ 41, 42,43 बूथ हैं। ये बूथ गोबरहा में है, जिसकी दूरी लगभग चार किमी है। यहां के मतदाता हर बार इस समस्या को उठाते रहे हैं। लेकिन अभी तक कोई ठोस उपाय नजर नहीं आया। बूथ दूर होने के कारण मतदान का प्रतिशत भी कम होने की आशंका जताई जा रही है।

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पडरौना जूनियर हाईस्कूल में नहीं है रैंप, दिव्यांगों को होगी परेशानी, दौरे के बाद भी काम ठप

पडरौना नगर के जूनियर हाईस्कूल में बूथ बनाया गया है। यहां बूथ संख्या 292 पर मतदाता मतदान करेंगे। यह का नगर सबसे व्यवस्थित व विकसित क्षेत्र माना जाता है, लेकिन यहां के बूथ पर ही सुविधाएं पूरी नहीं हैं। दिव्यांग मतदाताओं के लिए रैंप की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में उनको मतदान के समय परेशानी का सामना करना पड़ेगा। यहां अधिकारियों ने कई बार दौरा किया लेकिन इस पर नजर नहीं पड़ी।

पिंक बूथ पर सभी सुविधाएं

कुशीनगर विधानसभा क्षेत्र में जूनियर हाई स्कूल कसया को पिंक बूथ बनाया गया है। यहां पर रैंप, चहारदीवारी, शौचालय, बिजली व पानी की आदि की सारी सुविधाएं मौजूद हैं। आकर्षक दिखने के लिए बूथ की रंगाई पुताई भी प्रशासन द्वारा कराई गई है। वहीं दूसरी ओर इसी विधानसभा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय सिसवा महंथ में बनाया गया बूथ बदहाली का शिकार है। चहारदीवारी नहीं है। शौचालय भी बदहाल है। सड़क इतनी ऊंची है कि वर्षा हुई तो बूथ जलमग्न हो जाएगा।

कोइलसवा में प्रशासन को दिखानी होगी तेजी

फाजिलनगर विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 202 (भलुहीं) व 203 (किशुनदास पट्टी) पर पेयजल, शौचालय आदि मूलभूत सुविधाएं हैं। यहां प्रशासन की ओर से किया गया काम नजर आ रहा है। इन बूथों से जुड़े मतदाता भी इस व्यवस्था पर संतोष जताते हैं। वहीं दूसरी ओर बदुराव, कोइलसवा आदि गांवों में बने बूथों पर अभी भी सुविधाओं की दरकार है।

लेहनी में शौचालय बदहाल

विधानसभा क्षेत्र हाटा की ग्राम पंचायत लेहनी द्वितीय पर बने बूथ संख्या 105 का रैंप अब भी अधूरा है। यहां बिजली का कनेक्शन तो है लेकिन वायरिंग सही न होने से कुछ पंखे नहीं चल रहे हैं। पानी के लिए इंडिया मार्क हैंडपंप की सुविधा परिसर में है। पुराने भवन के पीछे शौचालय है जो बदहाल है। नए भवन के साथ ही शौचालय का निर्माण कार्य अभी चल रहा है।

कुशीनगर लोकसभा क्षेत्र

कुल मतदाता- 2683442

महिला मतदाता- 1269788

पुरुष मतदाता- 1413501

कुल मतदान केंद्र जनपद में-1480

कुल मतदेय स्थल- 2633


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