Jhansi News: खजाने में पड़ा रहा पैसा, प्रधान ने नहीं कराया विकास; माँगा जवाब
वित्त आयोग से ग्राम पंचायतों के विकास के लिए मिली राशि खजाने में ही पड़ी है। उसका उपयोग करने की सुध न पंचायत सचिवों को है न प्रधानों को। पिछले दिनों मण्डलायुक्त की समीक्षा के बाद 27 ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों एवं ग्राम विकास अधिकारियों को वित्त आयोग की पूरी धनराशि खर्च न कर पाने पर नोटिस जारी किया गया था।
जागरण संवाददाता, झाँसी। वित्त आयोग से ग्राम पंचायतों के विकास के लिए मिली राशि खजाने में ही पड़ी है। उसका उपयोग करने की सुध न पंचायत सचिवों को है न प्रधानों को। पिछले दिनों मण्डलायुक्त की समीक्षा के बाद 27 ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों एवं ग्राम विकास अधिकारियों को वित्त आयोग की पूरी धनराशि खर्च न कर पाने पर नोटिस जारी किया गया था। अब मुड़ेई ग्राम प्रधान से भी इसी मामले में स्पष्टीकरण तलब किया गया है। उन पर वित्त आयोग की आधी राशि ही खर्च करने का आरोप है।
इतने रुपये किए गए थे आवंटित
शासन द्वारा ग्राम पंचायतों को विकास कार्य कराने के लिए पंचम एवं 15वें वित्त आयोग से धनराशि आवण्टित की जाती है। चिरगाँव विकासखण्ड की ग्राम पंचायत मुड़ेई में दोनों मदों से 29.92 लाख रुपये आवण्टित किए गए थे। इसे मार्च तक खत्म करना था।
12.20 लाख रुपये खजाने में पड़े रहे
पिछले दिनों मण्डलायुक्त विमल कुमार दुबे ने मुख्यमंत्री डैशबोर्ड की समीक्षा की तो पाया गया कि मुड़ेई में मात्र 17.70 लाख रुपये खर्च किए गए, 12.20 लाख रुपये खजाने में पड़े रहे। बताया गया कि पंचम वित्त आयोग की 41 एवं 15वे वित्त आयोग की 27 प्रतिशत राशि की खर्च की जा सकी है। इस पर मण्डलायुक्त ने आपत्ति जतायी थी।
पंचायतीराज अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी
जिला पंचायतराज अधिकारी जेआर गौतम ने इस मामले में मुड़ेई के ग्राम प्रधान आशीष कुमार की लापरवाही मानते हुए नोटिस जारी कर 15 दिन में स्पष्टीकरण देने को कहा है। साथ ही चेतावनी दी गयी है कि समय से स्पष्टीकरण न मिलने या जवाब सन्तोषजनक न होने पर पंचायतीराज अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी।