शाहगंज जंक्शन का 116 करोड़ से होगा कायाकल्प
सरपतहां (जौनपुर): वर्षों से उपेक्षित शाहगंज रेलवे स्टेशन के दिन अब बहुरने वाले हैं। संचार व रेल राज्
सरपतहां (जौनपुर): वर्षों से उपेक्षित शाहगंज रेलवे स्टेशन के दिन अब बहुरने वाले हैं। संचार व रेल राज्य-मंत्री मनोज सिन्हा ने इसके लिए 116 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। इसका खुलासा बीते गुरुवार को रेल भवन नई दिल्ली में भाजपा नेता ओम प्रकाश जायसवाल तथा बेचन ¨सह से मुलाकात के दौरान रेल राज्य-मंत्री ने स्वयं किया। गौरतलब है कि वाराणसी-फैजाबाद रेल प्रखंड पर वाराणसी के बाद शाहगंज, रेलवे को सर्वाधिक राजस्व देने वाला स्टेशन है। फिर भी यात्री सुविधाओं के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है।
हांलाकि उक्त कार्यों के लिए तीन माह पूर्व एक बार मंत्रालय ने टेंडर भी जारी कर दिया था ¨कतु कुछ तकनीकी वजहों से वह निरस्त कर दिया गया। इसके लिए अब पुन: नए सिरे से टेंडर की प्रक्रिया चालू है। पूरी संभवना है कि आगामी सितंबर माह में रेल राज्य-मंत्री स्वयं योजनाओं का शिलान्यास करेंगे।
स्टेशन पर वा¨शग-लाइन का निर्माण सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसके निर्माण के साथ ही भविष्य में शाहगंज से नई रेलगाड़ियों के चालन की संभावना बलवती हो जाएगी। इसके बनने से वर्तमान समय में जो प्लेटफार्म नंबर 4 है वह संभवत: प्लेटफार्म नबर 2 हो जाएगा और प्लेटफार्म नबर एक नया निर्मित होगा।
प्लेटफार्मों का होगा कायाकल्प
प्लेटफार्म पर न सिर्फ छाया के लिए शेड बढ़ाए जाएंगे बल्कि फर्श पर कोटा स्टोन लगने से वे चमाचम होंगी। पेयजल के लिए आरओ वाटर-कूलर तथा ट्रेनों के आवागमन की जानकारी के लिए डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड लगाने की योजना है। इसके अलावा आधुनिक टायलेट बनेंगे, ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सके।
मालगोदाम रोड बनेगी फोर लेन
मालगोदाम रोड को जहां हाट-मिक्स प्लांट द्वारा फोर लेन बनाया जाएगा वहीं प्लेटफार्म पर इंटरला¨कग होगी। हांलाकि अभी फौरी तौर पर मालगोदाम रोड की एक बार मरम्मत कराया जाना तय हुआ है।
रैक प्वाइंट पर लगेगा शेड
इस रेल प्रखंड पर शाहगंज सबसे बड़ा रैक प्वाइंट है। यहां भारी मात्रा में गल्ला, सीमेंट, उर्वरक तथा अन्य सामानों का रैक लगता है। अक्सर छाया न होने के चलते कभी-कभी बेमौसमी बारिश से जहां व्यापारियों का भारी नुकसान हो जाता है वहीं बरसात में रैक भी कम आती है, जिससे रेलवे, व्यापारियों तथा आमजन सभी का नुकसान होता है।
दो ट्रेनों का ठहराव तो एक का बढ़ेगा फेरा
टाटा-अमृतसर का शाहगंज तो कैफियात एक्सप्रेस का गाजियाबाद में दो मिनट का ठहराव तय हुआ है। बहरहाल ट्रेन कब से ठहरेगी, इसकी तिथि अभी निश्चित नहीं हुई है। इसी के साथ आजमगढ़ से लोकमान्य तिलक टर्मिनस तक जाने वाली साप्ताहिक गाड़ी को हफ्ते में कुछ दिन और चलाए जाने की संभावना है।
योजनाएं और भी हैं
रेल राज्य-मंत्री ने शाहगंज को केंद्र में रखते हुए रेलवे की कुछ और योजनाओं को अमलीजामा पहना दिया है। मसलन शाहगंज से फेफना, जफराबाद से बाराबंकी तथा टांडा वाया शाहगंज विद्युतीकरण व दोहरीकरण दोनों प्रस्तावित है। इसके लिए रेल-बजट में धन का आवंटन भी हो चुका है।