नीली बत्ती लगा कर अफसर गांठ रहे रौब
- परिवहन विभाग के अधिकारी करते अनदेखी जागरण संवाददाता, उरई : योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने क
- परिवहन विभाग के अधिकारी करते अनदेखी
जागरण संवाददाता, उरई : योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के साथ चाक-चौबंद व्यवस्था की हर मुमकिन कोशिश हो रही है। मंत्रियों से लेकर सरकारी अधिकारियों को लोक कल्याण हित में हिदायतें दी जा रही हैं। मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रियों में चर्चा है कि अपनी गाड़ियों में लालबत्ती नहीं लगाएंगे। बावजूद इसके जिले के कई अधिकारी नीली बत्ती और हूटर लगी गाड़ियों में रौब गांठ रहे हैं।
शासन की मंशा के विपरीत अफसर नीली बत्ती का मोह जिलास्तरीय अधिकारी नहीं छोड़ पा रहे हैं। प्राइवेट वाहनों में बेखौफ होकर नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए अधिकारी नीली बत्ती लगाकर घूम रहे हैं। उच्चाधिकारी भी मामला सरकारी मुलाजिमों से जुड़ा होने के कारण कार्रवाई नहीं कर पा रहे। नियमों पर गौर करें तो नीली बत्ती लगाने का अधिकार पुलिस-प्रशासन के अफसरों के अलावा प्रवर्तन कार्य से जुड़े अधिकारियों को है। इस श्रेणी के अफसर भी सिर्फ अधिकृत सरकारी वाहन पर ही बत्ती लगा सकते हैं।जिले में यह नियम बेमतलब साबित हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग, डीआरडीए पीडी, डीडीओ, डीएसओ, डीसी एनआरएलएम, डीसी मनरेगा सहित कई अधिकारियों ने नीली बत्तियां अपनी गाड़ियों में लगवा रखी हैं। इतना ही नहीं वह डीएम व अन्य उच्चाधिकारियों की मी¨टग में भी नीली बत्ती की गाड़ी से ही पहुंच जाते हैं। उनको शासन के निर्देशों की ¨चता तनिक भी नहीं है। नीली बत्ती लगी इनकी गाड़ियां सड़कों पर तो फर्राटे भरती ही हैं, कलेक्ट्रेट और सार्वजनिक स्थानों पर भी बेरोकटोक आती जाती हैं। जबकि सत्ता परिवर्तन के बाद नीली बत्ती को लेकर चर्चाएं उठने लगी हैं। लेकिन इन सब का असर अधिकारियों पर नहीं है।
विकास भवन में भी देखे जा सकते हैं वाहन
शहर की सड़कों और जिले से गुजरने वाले हाइवे पर दौड़ रही नीली बत्ती लगे वाहनों के अलावा आप को विकास भवन और कलेक्ट्रेट में ही ऐसे कई निजी वाहन नीली बत्ती लगे खड़े मिल जाएंगे। जिन पर सवार होने वाले अधिकारियों को निजी वाहनों पर बत्ती लगाने की छूट नहीं हैं।
बोले जिम्मेदार
जो अधिकारी नीली बत्ती के लिए अधिकृत नहीं है। उनके वाहनों से बत्ती हटवाने के निर्देश परिवहन विभाग के अधिकारियों को दिए गए है। जल्द ही अभियान चलवा कर बत्ती हटवाई जाएगी।
संदीप कौर, डीएम, जालौन