प्रेमी के घर आराम करती मिली 'मृत' युवती
हरदोई, जागरण संवाददाता: अरे वाह। जिस महिला के शव की कथित मायके वालों ने पहचान कर उसे अपनी बहन-बेटी बताया था, वह लुधियाना में जिंदा मिली। अरवल थाना क्षेत्र में मिले शव के मामले में नया मोड़ आने के बाद न केवल पुलिस सकते में है बल्कि पूरा मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। पुलिस का कहना है कि महिला को बुलाया जा रहा है और उसके बयान के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अरवल थाना क्षेत्र में नौ सितंबर को श्रीमऊ के पास मक्के के खेत में एक महिला का लावारिस हालत में शव मिला था। चार दिन बाद 12 तारीख को अरवल थाना क्षेत्र के कुचिला निवासी दीपक ने महिला की पहचान अपनी बहन लज्जावती के रूप में की। दीपक का कहना था कि उसने अपनी बहन की शादी मल्लावां कोतवाली क्षेत्र के कुतुआपुर निवासी मानसिंह के साथ की थी। उसके तीन बच्चे भी हैं, दीपक ने मानसिंह पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए ससुराली जनों पर हत्या का आरोप लगाया था। उसका कहना था कि ससुराली जनों ने आठ अगस्त को लज्जावती को गायब करने के बाद उसकी हत्या कर शव को फेंक दिया था। वैसे मानसिंह ने शव को पहचानने से इन्कार करते किया था। लेकिन दीपक और उसकी मां ने पहचान कर ली तो पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर शव उन्हें दे दिया। पोस्टमार्टम में भी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया था। मामले की जांच चल रही थी कि रविवार को एक नया मामला सामने आ गया। मल्लावां कोतवाल आरपी यादव ने बताया कि लज्जावती मरी नहीं है, वह लुधियाना में अपने प्रेमी के साथ रह रही है। कोतवाल ने बताया कि मानसिंह भी लुधियाना में रहता था, इसी दौरान उसका वहीं पर प्रेम प्रसंग हो गया था, लज्जावती मायके आकर बच्चों को छोड़कर फिर प्रेमी के साथ चली गई थी। आठ अगस्त को गायब होने के बाद मानसिंह ने मल्लावां कोतवाली में मामला भी दर्ज कराया था। कोतवाल ने बताया कि महिला को बुलाया गया है, अब उसके बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
डीएनए जांच से होगी असली पहचान
महिला के शव को मायके वालों ने लज्जावती का बताया था लेकिन मानसिंह उसे अपनी पत्नी नहीं बता रहा था। पहचान के फंसे पेंच में पुलिस ने शव को कथित मायके वालों को दे दिया था लेकिन डीएनए जांच के लिए नमूना सुरक्षित करवा लिया था। थानाध्यक्ष अरवल संतोष कुमार का कहना है कि डीएनए जांच से ही असली पहचान हो सकेगी।
..तो फिर किस महिला का था शव
अरवल थाना क्षेत्र में मिले महिला के शव का मामला अब और उलझ गया है। महिला लज्जावती नहीं थी तो शव किस महिला का था। वह कहां से आई थी और कैसे शव फेंका गया यह पेंच उलझ गया है। दूसरी तरफ सबसे खास बात यह है कि मायके वालों ने उसकी गलत पहचान क्यों की। कोतवाल श्री यादव का कहना है कि सारे मामले की जांच हो रही है।