UP News: 'आईएनडीआईए सत्ता में आया तो संकट में पड़ जाएगा माता-बहनों का मंगलसूत्र', CM योगी का बड़ा हमला
प्रधानमंत्री ने इस ओर इशारा किया तो आईएनडीआई गठबंधन के नेता पूछ रहे हैं पुलवामा के शहीदों की विधवाओं के मंगलसूत्र का क्या हुआ। यह पूछने वाले नेता यह क्यों नहीं बताते कि राम मंदिर आंदोलन में प्राणों का उत्सर्ग करने वाले कारसेवकों की विधवाओं भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की विधवा ललिता राय माफिया द्वारा मारे गए राजू पाल उमेश पाल की विधवाओं के मंगल सूत्र का क्या होगा।
सोहम प्रकाश, जागरण, इटावा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विरासत कर के मुद्दे पर कांग्रेस और आईएनडीआई गठबंधन को घेरते हुए कहा कि उसकी निगाह माताओं-बहनों के जेवरों पर लगी हैं। यदि गठबंधन सत्ता में आ गया तो माताओं-बहनों का मंगलसूत्र खतरे में पड़ जाएगा। इरादे कितने खतरनाक हैं, इसको कर्नाटक सरकार के फैसले से आंका जा सकता है।
देश के संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का बताने वाली कांग्रेस ने वहां ओबीसी के आरक्षण में कटौती करके मुसलमानों को ओबीसी के दायरे में लाकर सरकारी नौकरियों और शैक्षिक संस्थानों में आरक्षण देने का फैसला किया है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। जब संप्रग सरकार थी, तब कांग्रेस रंगनाथ मिश्र आयोग की सिफारिशों को लागू करना चाहती थी। इसके तहत ओबीसी को मिलने वाले 27 प्रतिशत आरक्षण में छह प्रतिशत अल्पसंख्यक समुदाय को देने की बात कही गई थी। संसाधनों पर पहला हक अगर मुस्लिमों का होगा तो बहुसंख्यक कहां जाएंगे।
मुख्यमंत्री गुरुवार को जसवंतनगर के रामलीला मैदान पर मैनपुरी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी जयवीर सिंह के समर्थन में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। बोले, समाजवादी पार्टी अगर पिछड़ों का हक छीनने और राम-कृष्ण का अस्तित्व नकारने वाली कांग्रेस के गले का हार बनी है तो इस पर आश्चर्य होता है। बहुसंख्यकों की उपेक्षा और देश की कीमत पर सत्ता का ख्वाब देखने वाली कांग्रेस और सपा को सबक सिखाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में गरीबी हटाने का वादा किया गया है। आश्चर्य होता है, 54 वर्ष पहले 1970 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी गरीबी हटाओ का नारा दिया था। इसके बावजूद गरीबी नहीं हट सकी तो साफ है कि कांग्रेस के पास कोई ठोस कार्यक्रम नहीं थे।
आईएनडीआई विरासत कर के जरिये पुरखों की आधी संपत्ति पर कब्जा कर लेना चाहता है। किसी घर में चार कमरे हुए तो दो कमरों पर कांग्रेस और सपा के लोग कब्जा कर लेंगे। इससे तो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को सौंपे जाने वाले गहनों ही नहीं वरन माताओं-बहनों का मंगलसूत्र भी संकट में पड़ जाएगा।
प्रधानमंत्री ने इस ओर इशारा किया तो आईएनडीआई गठबंधन के नेता पूछ रहे हैं पुलवामा के शहीदों की विधवाओं के मंगलसूत्र का क्या हुआ। यह पूछने वाले नेता यह क्यों नहीं बताते कि राम मंदिर आंदोलन में प्राणों का उत्सर्ग करने वाले कारसेवकों की विधवाओं, भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की विधवा ललिता राय, माफिया द्वारा मारे गए राजू पाल, उमेश पाल की विधवाओं के मंगल सूत्र का क्या होगा।
यादवों के नाम पर अपने परिवार के लोगों को दिया टिकट
सपा महासचिव शिवपाल सिंह यादव पर चुटकी लेते हुए योगी ने कहा कि उनकी दशा पर तरस आता है। सपा में उनकी हैसियत कुर्सी के हत्थे पर बैठने और घर में सत्यनारायण की कथा के बाद चूर्ण खाने तक रह गई है। मुलायम सिंह की सरकार में उनकी तूती बोलती थी और अब बैठने के लिए सोफा भी नहीं मिलता है। प्रदेश में यादवों को छला गया है। एक ही परिवार के केवल पांच यादवों को चुनाव में टिकट दिया गया।
शिवपाल बोले- मुख्यमंत्री ने आस्था का अपमान किया
सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने 'एक्स' पर लिखा है कि ज्ञानी मुख्यमंत्री महोदय, भगवान सत्यनारायण की कथा के पश्चात चूरन नहीं प्रसाद वितरित होता है। पवित्र प्रसाद को चूरन कहना करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का अपमान है। जहां तक चूरन खाने वाले व्यक्ति का सवाल है, आपको पता होना चाहिए कि इस चूरन खाने वाले ने बहुतों का हाजमा दुरुस्त किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जसवंतनगर में गुरुवार को शिवपाल पर चुटकी लेते हुए कहा कि उनकी स्थिति सत्यनारायण की कथा के बाद चूर्ण खाने तक रह गई है।