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खतरों भरा मैनपुरी रेलमार्ग पर सफर

जागरण संवाददाता, इटावा : इटावा-मैनपुरी रेल मार्ग पर अभी सफर करना खतरों से भरा हुआ है। इटावा-करहल के

By Edited By: Published: Thu, 26 Jan 2017 01:00 AM (IST)Updated: Thu, 26 Jan 2017 01:00 AM (IST)
खतरों भरा मैनपुरी रेलमार्ग पर सफर
खतरों भरा मैनपुरी रेलमार्ग पर सफर

जागरण संवाददाता, इटावा : इटावा-मैनपुरी रेल मार्ग पर अभी सफर करना खतरों से भरा हुआ है। इटावा-करहल के मध्य अभी तक सिग्नल सिस्टम सही नहीं हो पाया है। इटावा-मैनपुरी के मध्य करीब चार दर्जन क्रॉ¨सग में 28 अभी भी मानव रहित हैं। इन पर हर समय खतरा मंडराता रहता है। बीते पखवारे डीआरएम इलाहाबाद संजय कुमार पंकज ने निरीक्षण करके इस मार्ग पर आवागमन करने वाली एक मात्र पैसेंजर ट्रेन बंद करा दी थी लेकिन अपरिहार्य कारणों से चंद घंटों में ही उनको अपना निर्देश वापस लेना पड़ा। इससे इस मार्ग पर सफर खतरनाक बना हुआ है।

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56 किमी की दूरी का इटावा-मैनपुरी रेलमार्ग बेतहाशा क्रॉ¨सगों के चलते खतरनाक बना हुआ है। बीते माह मार्च में निर्माण कार्य पूर्ण होने पर जब इंजन दौड़ाया गया तो रेलवे ट्रैक ओके कर दिया गया। मुख्य अभियंता ने निरीक्षण किया तो इस दूरी में करीब 4 दर्जन क्रॉ¨सग देखकर इसे सही नहीं माना। इसके तहत करीब डेढ़ दर्जन क्रॉ¨सग पर अंडरपास बना दिया गया। कई क्रॉ¨सग पर ग्रामीण अंडर की बजाए ओवरब्रिज की मांग कर रहे हैं। इससे निर्माण कार्य बाधित है। इसके चलते 28 क्रॉ¨सग अभी भी मानव रहित हैं। अभी एक मात्र पैसेंजर ट्रेन का दिन में आवागमन न होने से थोड़ी राहत है, जब ट्रेनों का विस्तार होगा तब हालात और ज्यादा खतरनाक होंगे। दूसरी ओर क्षेत्रीय जनता भी इस मार्ग की सुरक्षा की ओर कोई तवज्जो नहीं दे रही है। इसके चलते रास्ते में बुझिया हाल्ट स्टेशन की लोगों ने दुर्दशा कर दी, वहां लगे गमले तथा बैठने के लिए बनाई गई बैंचे ध्वस्त कर दी।

छह माह से नहीं मिल रहा फाल्ट

करहल से इटावा के मध्य सिग्नल व्यवस्था अभी तक ओके नहीं हो पाई है। लाइन क्लीयर करने वाला यंत्र ब्लाक इंस्टूमेंट मशीन बीते 6 माह से चेक की जा रही है। अभी तक उसमें फाल्ट नहीं मिला है। इससे पीएलसी यानी पेपर लाइन क्लीयर के तहत ट्रेन का परिचालन कराया जा रहा है।

रात के साए में सफर

अपराधियों की धमाचौकड़ी के चलते यह मार्ग दिन में भी खतरनाक माना जाता है। इसके बावजूद पैसेंजर ट्रेन का परिचालन रात के साये में ही कराया जा रहा है। रात नौ बजे मैनपुरी के लिए ट्रेन इटावा से रवाना की जाती है जो सुबह चार बजे मैनपुरी से इटावा के लिए रवाना की जाती है। इससे दोनों समय रात का साया रहता है। इस समय सारिणी से ग्रामीण क्षेत्र के लोग ट्रेन सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हैं।

सुरक्षा पर पूरा ध्यान

इटावा से मैनपुरी मार्ग पर सुरक्षा पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। ट्रेन रवाना करने से पूर्व चालक को रास्ते की सभी मानव रहित क्रॉ¨सगों पर नजर डालकर ट्रेन को धीमी रफ्तार से पास करने का निर्देश दिया जाता है। आरपीएफ ट्रैक की सुरक्षा के लिए मुस्तैद रहती है। निकट भविष्य में मानव रहित क्रॉ¨सग कम होंगी, उन पर अंडर पास का निर्माण कराया जाएगा।-आरके त्रिपाठी स्टेशन अधीक्षक।


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