¨भड से इटावा का रेल सफर शुरू
इटावा, जागरण संवाददाता: मध्य प्रदेश के ¨भड से इटावा के मध्य तीन दशक से जारी इंतजार की घड़ियां शनिवार
इटावा, जागरण संवाददाता: मध्य प्रदेश के ¨भड से इटावा के मध्य तीन दशक से जारी इंतजार की घड़ियां शनिवार को समाप्त हो गई। नव नवेली दुल्हन की भांति सजाई गई ¨भड-इटावा स्पेशल पैसेंजर ट्रेन को ¨भड से रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। भाजपा नेताओं के साथ ¨भड से काफी संख्या में लोग ट्रेन में सवार होकर आए। इस अवसर पर ¨भड में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ¨सह चौहान भी मौजूद थे। यह ट्रेन चंबल व यमुना के बीहड़ से निकलकर आज शनिवार को इटावा पहुंची। इस दौरान रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के इंजन पर खड़े होकर काफी लोग सेल्फी लेते नजर आए।
1985 में तत्कालीन रेल मंत्री माधवराव ¨सधिया ने गुना-¨भड से इटावा के मध्य रेल परियोजना की आधारशिला रखी थी। 600 करोड़ की लागत से तमाम अड़चनों को पार करके फरवरी 2014 में ट्रैक ओके कर दिया गया था लेकिन एक माह बाद ही चंबल नदी पुल के पिलर में हल्की दरार देखे जाने से ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं कराया गया। आईटी कानपुर की विशेषज्ञ टीम ने पिलर का गहनता से निरीक्षण करके उसमें कोई खामी नहीं पाई थी। सुरक्षा के तहत उस समय 30 किमी की स्पीड से ट्रेनों का संचालन कराने तथा पिलर पर जैकेट निर्माण कराने का सुझाव दिया था। इससे रेलवे प्रशासन ने जैकेट निर्माण शुरू कराकर 11 माह पूर्व मालगाड़ियों का संचालन शुरू करा दिया था।
शनिवार को ¨भड पर भव्य समारोह आयोजित किया गया, रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शिवराज ¨सह चौहान, केंद्रीय इस्पात मंत्री नरेंद्र ¨सह तोमर तथा वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ ¨भड-इटावा स्पेशल ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, रास्ते में फूफ, उदी पर जनता ने जमकर स्वागत किया, इटावा स्टेशन आने पर जोरदार उत्साह प्रकट करते हुए स्वागत किया। ट्रेन चालक मुकेश कुलश्रेष्ठ, सहायक चालक भंवर ¨सह मीणा तथा गार्ड कुलदीप ¨सह जाट का स्टेशन अधीक्षक आरके त्रिपाठी, स्टेशन मास्टर रवि गोयल, एसके गौतम, एके पाठक, अनिल मिश्र सीटीआई के अलावा भाजपा नेता तथा लोक समिति के नेताओं ने माल्यार्पण करके स्वागत किया। ¨भड से ट्रेन में सवार होकर पूर्व एमएलसी अशोक दुबे, सरिता भदौरिया व अन्य भाजपा नेताओं का भी स्वागत किया गया।
¨भड-इटावा परियोजना एक नजर में
- 1985 में तत्कालीन रेल मंत्री माधव राव ¨सधिया ने घोषणा की।
- 1989 में रेलवे द्वारा योजना की मंजूरी।
- फरवरी 2014 में ट्रैक पर रेल इंजन दौड़ा।
- ट्रैक को रेलवे के इंजीनियरों ने हरी झंडी दी।
- चंबल पुल के पिलर में दरार आने पर संचालन अटका।
- दिसंबर 2014 में पुल में दरार को लेकर सीआरएस हुए नाराज।
- दिसंबर 2015 में पिलर जैकेट का कार्य पूरा हुआ।
- योजना के पूर्ण होने पर कुल 600 करोड़ रुपये का व्यय।
- 27 फरवरी को ¨भड से इटावा तक यात्री ट्रेन की शुरूआत।
कहां कब पहुंची ट्रेन
- ¨भड से दोपहर 1 बजकर 12 मिनट पर ट्रेन चली।
- उदी स्टेशन पर 1 बजकर 45 मिनट पर ट्रेन पहुंची।
- इटावा रेलवे स्टेशन पर दोपहर 2 बजकर 15 मिनट पर आगमन।
- ¨भड से इटावा रेल मार्ग की दूरी 36.4 किमी।