शहामतगंज ट्रैक से अतिक्रमण हटाने की तैयारी
शहामतगंज से इज्जतनगर तक के बंद पड़े ट्रैक को रेलवे ने अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए तमाम कवायद कीं।
जागरण संवाददाता, बरेली : शहामतगंज से इज्जतनगर तक के बंद पड़े ट्रैक को रेलवे ने अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए तमाम कवायद कीं। नाकाम होने पर इज्जतनगर रेलवे ने अब प्रशासन से गुहार लगाई है। 152 जगह स्थाई और अस्थाई अतिक्रमण पाए गए हैं। 16 से 19 जुलाई तक विशेष अभियान चलाने के लिए प्रशासन व पुलिस की मदद मांगी है। एडीएम सिटी ने एसीएम-प्रथम को जिम्मेदारी सौंपी है।
100 साल पुराना है मीटरगेज ट्रैक
इज्जतनगर से शहर के सबसे घनी आबादी क्षेत्र से होकर शहामतगंज के व्यस्त बाजार तक यह ट्रैक करीब 100 वर्ष पहले बिछा था। मीटर गेज ट्रैक कोयला और अन्य सामान शहामतगंज तक पहुंचाने के लिए बिछा था। 1990 से पूर्व तक इस ट्रैक पर मीटरगेज की ट्रेन दौड़ती थी। यात्रियों का लोड घटने और इज्जतनगर से किला होकर बरेली सिटी तक के ट्रैक पर ट्रेनें दौड़ने पर इस रेलखंड पर रेल संचालन बंद कर दिया गया।
चार किलोमीटर में 152 अतिक्रमण चिह्नित
इज्जतनगर से शहामतगंज तक यह रेलखंड लगभग तीन किलोमीटर 900 मीटर लंबा है। पूरे ट्रैक पर 14 स्थानों पर छोटी-बड़ी गली और सड़क जुड़ी हैं। प्रेमनगर, शहामतगंज, राजेंद्र नगर आदि क्षेत्र में आबादी बढ़ने पर ट्रैक पर कब्जे हुए। डेयरी, तांगे वाले, वेल्डिंग कार्य करने वालों से लेकर रिहायशी क्षेत्र में लोगों ने रेलवे लाइन किनारे तक अपने घर के पीछे के गार्डन तक बना डाले। रेलवे ने नवंबर 2017 में सर्वे कराया था। लगभग 200 अतिक्रमण चिह्नित हुए थे। अतिक्रमण हटवाने के कुछ दिन बाद फिर हो गए। हाल ही में इज्जतनगर डिवीजन के वरिष्ठ मंडल इंजीनियर ने सर्वे कराया तो 152 जगह स्थाई और अस्थाई अतिक्रमण पाए गए। इन्हें हटवाने के लिए प्रशासन व पुलिस के साथ अभियान चलाने को सहयोग मांगा है।
वर्जन..
रेलवे का शहामतगंज ट्रैक लंबे वक्त से बंद है। रेलवे के सर्वे में 152 जगहों पर अतिक्रमण पाए गए हैं। इन्हें हटाने के लिए रेलवे ने प्रशासन से सहयोग मांगा है। मौके पर कानून-व्यवस्था के मद्देनजर मजिस्ट्रेट और पर्याप्त पुलिस बल मुहैया कराया जाएगा।
-ओपी वर्मा, एडीएम सिटी