रेल मंत्री 28 को ब्रॉडगेज का करेंगे शिलान्यास
मिलेगी सौगात - बरेली की स्टेशनों पर खर्च किए जाएंगे पांच करोड़ - जंक्शन, बरेली सिटी और इज्जतन
मिलेगी सौगात
- बरेली की स्टेशनों पर खर्च किए जाएंगे पांच करोड़
- जंक्शन, बरेली सिटी और इज्जतनगर में बढ़ेंगी यात्री सुविधा
- पीलीभीत शहर के रेल ओवरब्रिज का करेंगे शिलान्यास
जागरण संवाददाता, बरेली : देर से सही, एक साल में भोजीपुरा वाया पीलीभीत-टनकपुर रेलखंड छोटी लाइन (मीटरगेज) से बड़ी लाइन (ब्रॉडगेज) में तब्दील हो जाएगी। वर्ष 2008-09 के रेल बजट में मंजूर 101.79 किमी लंबे ब्रॉडगेज रेलखंड का शिलान्यास करने के लिए रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु और रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा शनिवार को पीलीभीत पहुंचेंगे।
गुरुवार शाम कार्यक्रम पहुंचते ही पूर्वोत्तर रेलवे के अफसर तैयारियों में जुट गए हैं। रेल मंत्री का हेलीकॉप्टर शनिवार दोपहर एक बजे पीलीभीत हेलीपैड पर उतरेगा। यहां ब्रॉडगेज के साथ-साथ पीलीभीत-टनकपुर रोड स्थित क्रासिंग संख्या 202 पर रेल ओवरब्रिज (आरओबी) निर्माण का शिलान्यास भी करेंगे। इसके बाद बरेली पहुंचेंगे।
बरेली में कई कामों का होगा शिलान्यास
सिटी स्टेशन पर आयोजित समारोह में जंक्शन पर नया स्टेशन भवन, वेटिंग रूम, वीआइपी रूम, रिसीविंग रूम, सुभाषनगर रोड का चौड़ीकरण, सिटी स्टेशन के पुराने सीएनडब्ल्यू दफ्तर के पास वेटिंग हॉल, यूपीएस टिकट विंडो, शौचालय और इज्जतनगर स्टेशन पर स्टेशन भवन, वेटिंग हॉल, इंक्वायरी-टीसी रूम समेत यात्री सुविधाओं की योजनाओं का भी शिलान्यास वे करेंगे। बरेली सिटी स्टेशन पर आयोजित समारोह के बाद वे सीधे हेलीकॉप्टर से ही दिल्ली रवाना हो जाएंगे। बता दें, रेलवे बोर्ड ने यह काम वर्ष 2016 में पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
यह होंगे ब्रॉडगेज से फायदे
नेपाल का सफर फिलहाल मुश्किल भरा है। बॉडगेज होने के बाद उसकी सीमा तक पहुंचना आसान होगा। यही नहीं, उत्तराखंड के कुमायुं मंडल और चीन सीमा तक भी पहुंच आसान होगी।
पुल-पुलियों का चल रहा निर्माण
भोजीपुरा वाया पीलीभीत-टनकपुर रेलखंड पर 13 स्टेशन, एक बड़ा पुल और 115 छोटे रेल पुल हैं। इनका निर्माण तीन साल से किया जा रहा है। निर्माण कार्यो पर लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। रेलखंड पर छह लाख घन मीटर मिट्टी भी पड़ी है।
वर्जन----
रेल मंत्री का कार्यक्रम फाइनल हो गया है। कई प्रस्तावित निर्माण का वे शिलान्यास करेंगे। उन सभी की तैयारियां की जा रही हैं।
राजेंद्र सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, इज्जतनगर रेल मंडल