Mukhtar Ansari Death : खोला गया मुख्तार का '16 नंबर तन्हाई बैरक', मौत के पहले से कई दिनों तक...
जेल सूत्रों के मुताबिक वहां अधिकारियों के सामने मुख्तार की 16 नंबर तन्हाई बैरक को खोला गया। सभी सामान को बारीकी से जांचा गया। घटना व पूर्व के कई दिनों के कैमरे के फुटेज देखे गए। जेल कैंपस में मौजूद रजिस्टर को देखा गया। उपचार संबंधी पर्चों आदि की जांच की गई। ड्यूटी में उस समय तैनात रहे डिप्टी जेलर व वार्डरों के बयान दर्ज किए गए।
जासं, बांदा : न्यायिक हिरासत में माफिया मुख्तार अंसारी की मौत में न्यायिक व मजिस्ट्रियल जांच की प्रक्रिया तेज हो गई है। सिविल जज सीनियर डिवीजन गरिमा सिंह व एडीएम राजेश कुमार ने बुधवार को मंडल कारागार का करीब दो घंटे बारीकी से निरीक्षण किया। जेल कर्मियों के बयान दर्ज करने के साथ कैमरे के फुटेज देखे गए हैं। बुधवार को 3:20 बजे न्यायाधीश और इसके तीन मिनट बाद एडीएम मंडल कारागार पहुंचे।
मुख्तार के तन्हाई बैरक को खोला गया
जेल सूत्रों के मुताबिक, वहां अधिकारियों के सामने मुख्तार की 16 नंबर तन्हाई बैरक को खोला गया। सभी सामान को बारीकी से जांचा गया। घटना व पूर्व के कई दिनों के कैमरे के फुटेज देखे गए। जेल कैंपस में मौजूद रजिस्टर को देखा गया। उपचार संबंधी पर्चों आदि की जांच की गई। ड्यूटी में उस समय तैनात रहे डिप्टी जेलर व वार्डरों के बयान दर्ज किए गए। करीब सवा पांच बजे दोनों अधिकारी लौट गए।
अधिकारियों ने जांच को लेकर कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज के चिकित्सकों ने 28 फरवरी की रात करीब 9:50 बजे मुख्तार अंसारी को मृत घोषित किया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी हार्ट अटैक से मौत होने की वजह सामने आई थी।
इसके पहले 26 फरवरी को हालत बिगड़ने पर उसे करीब साढ़े 14 घंटे तक आइसीयू में भर्ती रखा गया था। माफिया ने खाने में जहर देने का आरोप लगाया था। उसकी मौत के बाद सरकार ने न्यायिक व मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए थे। न्यायिक जांच अधिकारी सिविल जज सीनियर डिवीजन व मजिस्ट्रियल जांच अधिकारी एडीएम बनाए गए थे।