संतों ने दिया सदाचार का संदेश
रसड़ा (बलिया): हमारे देश में संतों की समृद्ध परंपरा है और उन्होंने अपनी साधना से समाज को जगाने और सदा
रसड़ा (बलिया): हमारे देश में संतों की समृद्ध परंपरा है और उन्होंने अपनी साधना से समाज को जगाने और सदाचार का संदेश दिया है ताकि परोपकार की भावना जन-मन में बैठ जाए और एक अच्छा समाज बन सके। क्षेत्र के जाम ग्राम में शनिवार को अखिल भारतीय मद्धेशिया कांदू वैश्य महासभा द्वारा आयोजित गणीनाथ जयंती समारोह को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय विधायक उमाशंकर ¨सह ने उक्त उद्गार व्यक्त किया। श्री ¨सह ने कहा कि रसड़ा क्षेत्र संतों की भूमि है और श्रीनाथ व रोशन शाह के साथ पूरे क्षेत्र में संत और महात्मा पैदा हुए हैं जिनसे समाज को समय-समय पर दिशा मिलती रही है। हमें संतों की साधना से शिक्षा लेकर नए समाज की संरचना करनी चाहिए ताकि दु:ख एवं अभाओं का अंत हो सके। जाम ग्राम के समग्र विकास का अपना संकल्प दोहराते हुए उन्होंने कहा कि 15 दिनों के अंदर जाम गांव की सभी बस्तियों में सड़कों का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। साथ ही साथ उन्होंने संत गणीनाथ के नाम पर बनने वाले धर्मशाला और जंगली बाबा मंदिर के जीर्णोद्धार किए जाने में अपना पूर्ण योगदान दिए जाने का वादा किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश मद्धेशिया, चेयरमैन दिनेश कुमार गुप्ता ने संत गणीनाथ के आदर्शों को अपनाकर वैश्य समाज से उनके दिखाए गए रास्तों पर चलने का आह्वान किया। सपना गुप्ता ने महिलाओं पर हो रहे अत्याचार की घटनाओं पर गंभीर ¨चता व्यक्त करते हुए वैश्य समाज की महिलाओं को शिक्षित होकर आगे आने का आह्वान किया। मनोज कुमार गुप्ता ने नगरा, बिल्थरारोड, सुखपुरा, खड़िचा, रसड़ा, बलिया सहित सहतवार में संत गणीनाथ के मंदिर व धर्मशाला बनाए जाने की घोषणा की। इस मौके पर जिला महामंत्री प्रमोद गुप्ता, सत्यनारायण, गुलाब, रामरतन, शिवनाथ, छोटेलाल आदि भी उपस्थित रहे। आभार कार्यक्रम संयोजक घनश्याम गुप्ता ने किया। अध्यक्षता कन्हैया लाल गुप्त व संचालन कृष्णा जी ने किया। इसके पूर्व आयोजक मंडल सहित ग्राम प्रधान अवधेश ¨सह ने विधायक सहित सभी अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया।