Move to Jagran APP

Bahraich News: 15 साल से फर्जी डिग्री पर सिंचाई विभाग में नौकरी कर रहा था युवक, ऐसे खुला फर्जीवाड़े का राज

Bahraich News मिर्जापुर जिले के जमालपुर थाने के डोहरी गांव निवासी अमित कुमार सिंह मोतीपुर स्थित सहायक अभियंता तृतीय उपखंड कार्यालय में वर्ष 2009 से हेल्पर के पद पर तैनात था। उसके विरुद्ध वाराणसी स्थित अधिशासी अभियंता कार्यालय में फर्जी शैक्षणिक अभिलेख पर नौकरी करने की शिकायत मिली थी। अब 15 साल बाद इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है।

By Jagran News Edited By: Swati Singh Published: Wed, 24 Apr 2024 08:30 PM (IST)Updated: Wed, 24 Apr 2024 08:30 PM (IST)
15 साल से फर्जी डिग्री पर सिंचाई विभाग में नौकरी कर रहा था युवक, ऐसे खुला फर्जीवाड़े का राज

जागरण संवाददाता, बहराइच। यूपी के बहराइच में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। 15 वर्षों से फर्जी दस्तावेजों के सहारे युवक के सिंचाई विभाग में नौकरी करने का भंडाफोड़ हुआ है। ये फर्जीवाड़ा पिछले 15 सालों से चल रहा था।

loksabha election banner

सिंचाई विभाग मोतीपुर के तृतीय उपखंड में नौकरी कर रहे युवक पर सहायक अभियंता की तहरीर पर मोतीपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर तलाश में छापामारी कर रही है।

हेल्पर के पद पर तैनात था युवक

मिर्जापुर जिले के जमालपुर थाने के डोहरी गांव निवासी अमित कुमार सिंह मोतीपुर स्थित सहायक अभियंता तृतीय उपखंड कार्यालय में वर्ष 2009 से हेल्पर के पद पर तैनात था। उसके विरुद्ध वाराणसी स्थित अधिशासी अभियंता कार्यालय में फर्जी शैक्षणिक अभिलेख पर नौकरी करने की शिकायत मिली थी।

जांच में निकले फर्जी

बहराइच सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता तृतीय उपखंड मोतीपुर में तैनात हेल्पर अमित कुमार सिंह के शैक्षणिक अभिलेखों की जांच में फर्जी पाए गए। बहराइच बैराज अनुरक्षण खंड वाराणसी ने इसकी पुष्टि होते ही अमित कुमार सिंह की सेवाएं तत्काल प्रभाव से खत्म कर दी हैं।

धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज

अधिशासी अभियंता के निर्देश पर सहायक अभियंता प्रदीप कुमार पाल ने मोतीपुर थाने में तहरीर दी। थानाध्यक्ष दद्दन सिंह ने बताया कि मामले में आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।

एके अस्पताल सीज, चिकित्सक पर होगी निलंबन की कार्रवाई

बेहोशी व बच्चों के सरकारी डॉक्टर के ऑपरेशन करने के चलते बुजुर्ग की मौत का मामला अब तूल पड़क रहा है। बुधवार को जिला प्रशासन की टीम ने चिकित्सक के किसी दूसरे के नाम संचालित अस्पताल को सील कर दिया है। अब उनके निलंबन को लेकर स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई कर रहा है। चिकित्सक पर मुकदमा न दर्ज कराए जाने को लेकर मृतक के परिवारजन आक्रोशित हैं। मुख्यमंत्री को पत्राचार कर इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं।

यह भी पढ़ें: पत्नी ने शराब पीने से किया मना तो झगड़ पड़ा पति, मायके जाने की बात पर उठाया खौफनाक कदम; परिवार में पसरा मातम


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.