दूल्हा था तैयार, घर से निकलने वाली थी बारात- पहुंच गए अधिकारी; घर के लोग चीखने- चिल्लाने लगे-यह है पूरा मामला
बारात मैनपुरी जानी थी। इसके बाद मौजूद स्वजन रोने चीखने लगे। बाद में टीम ने उन्हे शादी केे लिए रोक दिया। मंगलवार को जिला कार्यालय में शाम चार बजे तक बालिग होने के बाद शादी कराने का शपथ पत्र मांगा है। ऐसा न करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। जिला एवं बाल संरक्षण अधिकारी रीना चौहान ने बताया कि बाल विवाह को रोक दिया गया है।
जागरण संवाददाता, औरैया : एक गांव स्थित एक घर सजा है, बाहर बज रहे बैंड पर कुछ लोग डांस कर रहे हैं। इसी बीच बाल संरक्षण विभाग की टीम पहुंची तो गाने बंद हो गए और लोग सहम गए। जांच के दौरान दूल्हा नाबालिग निकला। इसके बाद अधिकारी ने बाल विवाह रोकने निर्देश दे दिए। तैयारी धरी की धरी रह गईं।
2008 की थी दूल्हे की पैदाइश
बाल सरंक्षण अधिकारी रीना चौहान, काउंसलर सीमा कुश्वाहा को चाइल्ड हेल्पलाइन के माध्यम से बाल विवाह की शिकायत मिली। जिसके बाद उनकी टीम बिधूना के एक गांव पहुंच गई। वहां घर सजा हुआ था। दूल्हा तैयार हो रहा था और बाराती निकलने को तैयार थे। जांच में पता चला कि दूल्हा नाबालिग है। स्वजन के दिखाए जन्मकुंडली में जन्मतिथि 16 मार्च 2004 थी व हाईस्कूल की मार्कशीट में जन्मतिथि 17 अगस्त 2008 निकली।
बारात मैनपुरी जानी थी। इसके बाद मौजूद स्वजन रोने चीखने लगे। बाद में टीम ने उन्हे शादी केे लिए रोक दिया। मंगलवार को जिला कार्यालय में शाम चार बजे तक बालिग होने के बाद शादी कराने का शपथ पत्र मांगा है। ऐसा न करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। जिला एवं बाल संरक्षण अधिकारी रीना चौहान ने बताया कि बाल विवाह को रोक दिया गया है। दूल्हे के माता पिता को शादी न करने के निर्देश देते हुए कानूनी कार्रवाई से भी अवगत कराया गया।