जागरण संवाददाता, अमेठी। गौरीगंज के जवाहर नवोदय विद्यालय में 11वीं के छात्र अभय प्रताप सिंह का शव 14 जनवरी 2018 की सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में सैठा रेलवे क्रासिंग से 100 मीटर पूर्व की ओर ट्रैक पर पड़ा मिला था। परिवारजन ने हत्या कर शव रेलवे ट्रैक पर फेंकने का आरोप लगाया था। साथ ही सीबीआई जांच की मांग की थी। सीबीआइ ने 26 जुलाई 2021 को मामला दर्ज कर घटना के कारणों की जांच शुरू की।
गुरुवार को सीबीआइ के डीआईजी जल सिंह मीणा की अगुवाई में फोरेंसिक टीम, एम्स के चिकित्सक, आईआईटी के टेक्नीशियन, तत्कालीन गौरीगंज थानाध्यक्ष दीपेंद्र सिंह के साथ टीम घटना के छह वर्ष बाद गौरीगंज में रेलवे ट्रैक पर पहुंची। सुबह 11.26 बजे सीन रीक्रिएशन की तैयारी शुरू की। 13/14 जनवरी 2018 की रात जिस ट्रेन से हादसा होना बताया गया था।
ट्रैक पर रखा मोम का पुतला
उसी ट्रेन के इंजन व चालक को बुलाकर मोम का पुतला ट्रैक पर रखकर घटना की सीन रीक्रिएशन किया गया। पहली बार के रीक्रिएशन में पुतला ट्रैक से नीचे जा गिरा, जबकि दाया पैर ट्रेन के पहिए की चपेट में आ गया। सीबीआई टीम ने दोबारा रीक्रिएशन दोपहर 12.07 बजे किया तो पुतला ट्रेन की टक्कर से ट्रैक के बगल जा गिरा।
तीसरी बार दोपहर 12.11 बजे किया तो 14 जनवरी 2018 की सुबह ट्रैक पर मिले शव की स्थिति के कुछ समान पुतला की गतिविधि रही। सीन रिक्रीएशन करने के बाद पूरी टीम जवाहर नवोदय विद्यालय पहुंची। जहां पर छात्र अभय के वार्ड व परिसर का निरीक्षण कर जानकारी जुटाई। गौरीगंज कोतवाली प्रभारी शिवाकांत त्रिपाठी पुलिस टीम के साथ पूरे समय मौजूद रहे। इस मौके पर स्टेशन अधीक्षक प्रवीण कुमार सिंह, महेश प्रताप सिंह अन्य लोग उपस्थित रहे।