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Lok Sabha Election 2024: अमेठी में तैयार हो रही तीसरी भिड़ंत की जमीन, इस तारीख को नामांकन भर सकते हैं राहुल गांधी

कांग्रेस अमेठी में राहुल गांधी को उम्मीदवार मानकर तैयारी में जुट गई है हालांकि राहुल गांधी के नाम की घोषणा अभी नहीं हुई है। अमेठी के चुनावी रण में इसी के साथ तीसरी बार कांग्रेस नेता राहुल गांधी व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच भिड़ंत की जमीन तैयार होने लगी है। राहुल गांधी पांचवीं बार अमेठी सीट से एक मई को नामांकन कर सकते हैं।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Published: Thu, 25 Apr 2024 10:45 PM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2024 10:45 PM (IST)
Lok Sabha Election 2024: अमेठी में तैयार हो रही तीसरी भिड़ंत की जमीन।

दिलीप सिंह, अमेठी। कांग्रेस अमेठी में राहुल गांधी को उम्मीदवार मानकर तैयारी में जुट गई है, हालांकि राहुल गांधी के नाम की घोषणा अभी नहीं हुई है। अमेठी के चुनावी रण में इसी के साथ तीसरी बार कांग्रेस नेता राहुल गांधी व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच भिड़ंत की जमीन तैयार होने लगी है। 

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राहुल गांधी पांचवीं बार अमेठी सीट से एक मई को नामांकन कर सकते हैं। कांग्रेस के लिहाज से देखें तो यह पहला मौका है, जब अमेठी के उम्मीदवार के नाम की घोषणा होने में इतनी देरी हो रही है। 

1967 में बनी अमेठी लोकसभा सीट पर कांग्रेस से मैदान में उसका ही योद्धा सबसे पहले उतरता रहा है। अमेठी में इस चुनाव से पहले कांग्रेस में कभी इतनी खामोशी नहीं रहती थी। स्मृति ईरानी यहां कांग्रेस पर लगातार हमलावर हैं, लेकिन कांग्रेसी खेमे में चुप्पी है। 

अमेठी में हुए 16 चुनाव में अब तक तीन बार को छोड़ दें तो 13 बार यहां कांग्रेस का ही कब्जा रहा है। उसमें भी नौ बार गांधी नेहरू परिवार और दो बार इनके सिपहसालार यहां से सांसद हुए।

2014 के चुनाव में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भाजपा उम्मीदवार के रूप में अमेठी आईं। उनके सिर्फ 23 दिन के चुनाव प्रचार के बाद भी राहुल गांधी बड़ी जीत नहीं दर्ज कर सके। 

स्मृति ने भी अमेठी से दीदी वाला रिश्ता जोड़ा

स्मृति के रूप में भाजपा को अमेठी में संभावना दिखी तो स्मृति ने भी अमेठी से दीदी वाला रिश्ता जोड़ लिया। पांच वर्ष बाद 2019 के चुनाव में स्मृति ईरानी को उनकी मेहनत व सक्रियता का फल जीत के रूप में मिला। कांग्रेस के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी 55,120 मत से चुनाव हार गए। 

इसी के साथ कांग्रेस का गढ़ रही अमेठी पर भाजपा का कब्जा हो गया। अमेठी में मिली हार के बाद राहुल गांधी ही नहीं पूरा परिवार अमेठी से दूर होता चला गया। पांच वर्षों में राहुल गांधी चार बार ही अमेठी आए। 

दो महीने से राहुल गांधी के यहां से चुनाव लड़ने की खबरें लगातार चर्चा में हैं। पार्टी के लोगों कहना है कि 26 को वायनाड का चुनाव होने के बाद राहुल गांधी के नाम की औपचारिक घोषणा होगी। 

राहुल गांधी को चुनाव लड़ाने के लिए तैयार कांग्रेस

खुद भाजपा प्रत्याशी स्मृति भी अपने भाषणों में इस बात का जिक्र कर रही हैं। कांग्रेस ने भी राहुल गांधी को चुनाव लड़ाने के लिए तैयारी भी शुरू कर दी है। कांग्रेस के दो सदस्यीय विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा को अमेठी का प्रभारी बना दिया गया है। 

कार्यालय और गेस्ट हाउस का रंग रोगन भी कराया जा रहा है। कुछ दिन पहले ही जहां नई कार्यकारिणी गठित की गई। ग्रामसभा स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर तक समितियों का गठन किया जा चुका है। यहां केंद्रीय कांग्रेस कार्यालय व परिसर में ही राहुल और प्रियंका के लिए बने गेस्ट हाउस का रंग रोगन कराया जा रहा है। 

पार्टी नेताओं की सपा नेताओं के साथ बातचीत व चुनावी रणनीति को लेकर बैठक होने लगी है। अमेठी के नंद महर में सपा प्रमुख अखिलेश यादव व प्रियंका गांधी वाड्रा की एक साथ बड़ी चुनावी जनसभा कराने पर भी दोनों दलों के बीच सहमति बनी है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल कहते हैं कि हम लोग लगातार इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि राहुल गांधी यहां से चुनाव लड़ेंगे। इसी हिसाब से तैयारी की जा रही है।

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