बारिश के मौसम में मोबाइल की ऐसे करें केयर, ये हैं काम के TIPS
मानूसन के मौसम में अपने गैजेट्स को आप इन टिप्स से बचा सकते हैं
नई दिल्ली। बारिश का मौसम यानि मानसून अब आ गया है। इस मौसम इलेक्ट्रॉनिक एप्लायंसेज, स्मार्टफोन, टेबलेट और गैजेट विशेष रख-रखाव की मांग करते हैं। आपने कभी ध्यान दिया है की बारिश के मौसम में हवा में मॉइस्चर के चलते आपके गैजेट या इलेक्ट्रॉनिक एप्लायंसेज में गड़बड़ी देखने को मिलती है। हवा का मॉइस्चर इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए सही नहीं होता। तो इस मानसून आप अपने गैजेट्स को बचाकर किस तरह यह मौसम एन्जॉय करें? इस परेशानी का समाधान हमारे पास है। आपके गैजेट्स इस मौसम में भी अच्छे से कार्य करते रहें इसके लिए कुछ टिप्स फॉलो करनी होंगी।
भारी बारिश में एप्लायंसेज को अनप्लग कर दें:
भारी बारिश में वोल्टेज फ्लक्चुएशन और पावर कट जैसी परेशानियां होती रहती हैं। आपकी एप्लायंसेज इस पावर फ्लक्चुएशन से खराब हो सकती हैं। तो ऐसे समय में बेहतर होगा की आप अपनी इलेक्ट्रॉनिक एप्लायंसेज को अनप्लग कर के रखें ताकि किसी भी तरह के नुकसान से बचा जा सके।
गैजेट्स के लिए वाटरप्रूफ केस खरीदें:
मानसून के मौसम में कभी भी बारिश आ सकती है। ऐसे में जरुरी नहीं की आप अपनी डिवाइस को भीगने से बचाने के लिए तैयार हो। ऐसे में वाटरप्रूफ केस से आप अपनी डिवाइस को डैमेज से बचा सकते हैं। अगर आप केसेस नहीं खरीद सकते, तो घर में किसी मोटे पॉलीबैग को अपनी डिवाइस के आकर में काटकर अपने पास रख लें। बारिश में इसका इस्तेमाल कर अपनी डिवाइस को भीगने से बचाएगा।
फंगल ग्रोथ को रोकें:
हवा में मॉइस्चर से आपके गैजेट्स या एप्लायंसेज में फंगल ग्रोथ होने का डर रहता है। ऐसे में सूखे कपड़े से थोड़े-थोड़े समय में कॉम्पैक्ट और नम जगहों पर अपने गैजेट्स और एप्लायंसेज को साफ करते रहें।
एप्लायंसेज का करते रहें इस्तेमाल:
अधिक मॉइस्चर होने के कारण आपकी एप्लायंसेज या गैजेट्स जैम या डैमेज हो सकते हैं। इसलिए हफ्ते में एक से दो बार इनका प्रयोग जरूर करें, ताकि वो काम करने की स्थिति में रहें।
इसके बाद भी अगर आपका गैजेट भीग जाता है तो इन ट्रिक्स को करें फॉलो :
बैटरी निकाल दें:
फोन मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां हैंडसेट के भीगने पर कोई वारंटी नहीं देती। अगर आपको लगता है पानी फोन के अंदर चला गया है, तो फिर फोन का बैक कवर खोलें और बैटरी निकाल लें। बैटरी निकालने के बाद हैंडसेट में बैटरी के नीचे एक छोटा-सा स्टीकर चिपका होता है, जो ज्यादातर फोन में व्हाइट कलर का होता है। अगर फोन के अंदर पानी चला गया है, तो यह पिंक या फिर रेड कलर में बदल जाता है या फिर अगर फोन के अंदर थोड़ी नमी है, तो इस स्टीकर का रंग बदल जाएगा।
तुरंत स्विच ऑफ कर दें:
फोन के भीगने पर उसे ऑन करने की गलती न करें। अगर फोन ऑन है, तो उसे तुरंत स्विच ऑफ कर दें। अगर पानी की एक बूंद भी फोन के अंदर चली गई, तो यह चिप में लगे सर्किट्स को आपस में जोड़कर उसे खराब कर सकती है। साथ ही, आपके फोन में स्पार्किंग भी हो सकती है। इसके अलावा, फोन में लगी एक्सेसरीज, जैसे- हैडफोन या चार्जर हटा लें।
कॉटन के कपड़े से करें साफ:
फोन की बैटरी और एक्सेसरीज निकालने के बाद उसे कॉटन के कपड़े से अच्छी तरह से साफ करें। इससे ऊपर की नमी थोड़ी-बहुत सूख जाती है।
हवा से सुखाने की कोशिश करें:
फोन भीग जाने पर कभी भी फोन को सूखाने के लिए माइक्रोवेव या हेयर ड्रायर का इस्तेमाल न करें। इससे फोन और ज्यादा डैमेज हो सकता है। इसके लिए सबसे अच्छा तरीका है कि फोन को फैन के सामने रखें ताकि थोड़ी-बहुत नमी सूख जाए।
चावल का यूज करें:
अगर आपकी तमाम कोशिशों के बाद भी फोन के अंदर नमी बनी हुई है, तो एक और तरीका अपनाया जा सकता है। फोन के अंदर का पानी सुखाने के लिए घर में सबसे अच्छा तरीका है चावल। फोन को चावल के कंटेनर के अंदर डालकर उसे धूप में रख दें। दरअसल, चावल धूप से अंदर का तापमान बढ़ा देगा, जो फोन के अंदर के पानी को सुखा देता है। इस तरह से आपको 24 से 48 घंटे में बेहतर रिजल्ट मिल जाएगा।
इस तरह के कुछ ट्रिक्स को अपनाकर पानी में भीगे अपने गैजेट्स को खराब होने से बचा सकते हैं।
यह भी पढ़ें:
हर मोबाइल फोन को हफ्ते में एक बार Reboot करना होता है जरूरी, यह है वजह
स्मार्टफोन को जल्दी खराब होने से है बचाना तो इन टिप्स को करें फॉलो
घर बैठे फ्यूज बल्ब से बनाएं पावरफुल मूवी प्रोजेक्टर, मात्र 10 रुपये के खर्च में