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Vaishakh Amavasya 2024 Date: वैशाख माह में कब है अमावस्या? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

अमावस्या को पितरों भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी के पूजन के लिए बहुत फलदायी माना गया है। इस शुभ तिथि पर पूजा जप तप और दान करने का विधान है। वैशाख अमावस्या का दिन पितरों की पूजा के लिए समर्पित है। इस बार वैशाख माह की अमावस्या 08 मई को है। आइए जानते हैं वैशाख अमावस्या का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में।

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Published: Tue, 23 Apr 2024 05:54 PM (IST)Updated: Tue, 23 Apr 2024 05:54 PM (IST)
Vaishakh Amavasya 2024 Date: वैशाख माह में कब है अमावस्या? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kab Hai Vaishakh amavasya 2024: सनातन धर्म में अमावस्या तिथि का अधिक महत्व है। यह तिथि जगत के पालनहार भगवान विष्णु और पितरों को समर्पित है। इस दिन जप-तप और दान करने का विधान है। वैशाख अमावस्या का दिन पितरों की पूजा करने के लिए शुभ माना जाता है। इस बार वैशाख माह की अमावस्या 08 मई को है। मान्यता है कि इस दिन पितरों का तर्पण करने से उनको बैकुंठ धाम में जगह प्राप्त होती है। चलिए इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे वैशाख अमावस्या का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में।

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वैशाख अमावस्या 2024 शुभ मुहूर्त (Vaishakh Amavasya 2024 Shubh Muhurat)

पंचांग के अनुसार, वैशाख के माह कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि की शुरुआत 07 मई को सुबह 11 बजकर 40 मिनट से होगी और इसका समापन 08 मई को सुबह 08 बजकर 51 मिनट पर होगा। ऐसे में वैशाख अमावस्या 08 मई को मनाई जाएगी।

वैशाख अमावस्या पूजा विधि (Vaishakh Amavasya Puja Vidhi)

वैशाख अमावस्या के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठें और दिन की शुरुआत देवी-देवता के ध्यान से करें। अगर संभव हो तो किसी पवित्र नदी में स्नान करें। इसके अलावा घर में नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर सकते हैं। इसके पश्चात सूर्य देव को जल अर्पित करें। अब भगवान विष्णु की पूजा करें और व्रत का संकल्प लें। दीपक जलाकर आरती करें। प्रभु को प्रिय चीजों जैसे- केला, खीर आदि चीजों का भोग लगाएं। प्रसाद का लोगों में वितरण करें और खुद भी ग्रहण करें। पूजा संपन्न होने के बाद बहते हुए पानी में तिल प्रवाहित करें। इस दौरान आप भगवान से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें। इस दिन पूर्वजों का पिंडदान करने का विधान है।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'


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