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Haldi ki Rasam: शादी से पहले दूल्हा और दुल्हन को क्यों लगाई जाती है हल्दी? वजह जानकर हो जाएंगे हैरान

शादी से पहले दूल्हा और दुल्हन को हल्दी लगाई जाती है। हल्दी में कई औषधि गुण पाए जाते हैं जिसकी वजह से हल्दी लगाने से त्वचा चमकती है। साथ ही दुल्हा और दुल्हन का रूप निखरता है। भारतीय परंपरा में हल्दी का पीला रंग बेहद शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं कि शादी से पहले दूल्हा-दुल्हन को क्यों लगाई जाती है हल्दी?

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Published: Wed, 24 Apr 2024 01:31 PM (IST)Updated: Wed, 24 Apr 2024 01:31 PM (IST)
Haldi ki Rasam: शादी से पहले दूल्हा और दुल्हन को क्यों लगाई जाती है हल्दी? वजह जानकर हो जाएंगे हैरान

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Haldi ki Rasam: सनातन धर्म में शादी के दौरान कई तरह की रस्में की जाती हैं। सभी रस्मों का विशेष महत्व है। इन्हीं में से एक रस्म है हल्दी की। इस रस्म में शादी से पहले दूल्हा और दुल्हन को हल्दी लगाई जाती है। हल्दी में कई औषधि गुण पाए जाते हैं, जिसकी वजह से हल्दी लगाने से त्वचा चमकती है। साथ ही दुल्हा और दुल्हन का रूप निखरता है। आइए जानते हैं कि शादी से पहले दूल्हा-दुल्हन को क्यों लगाई जाती है हल्दी?

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इसलिए लगाई जाती है हल्दी

भगवान विष्णु को जगत के पालनहार कहा जाता है। किसी भी मांगलिक और शुभ कार्यों में प्रभु की पूजा जरूर की जाती है। श्री हरि की पूजा में हल्दी का बेहद खास महत्व है। आखिर यही वजह है कि शादी से पहले दूल्हा और दुल्हन को हल्दी लगाना शुभ माना गया है। हल्दी को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। दुल्हा और दुल्हन को नजर से बचाव के लिए हल्दी लगाई जाती है।

हल्दी लगाने का महत्व

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बृहस्पति को विवाह और वैवाहिक संबंधों का कारक ग्रह माना गया है। इसी कारण से विवाह से पहले दूल्हा और दुल्हन को हल्दी लगाने से वैवाहिक जीवन सदैव सुखमय रहता है। साथ ही हल्दी लगाने से नकारात्मक ऊर्जा भी दूर रहती है। हल्दी की शुभता और इसका रंग जोड़े के जीवन में समृद्धि लाता है।  

वैज्ञानिक कारण

हल्दी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती है। इसमें एंटीसेप्टिक और एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। इसलिए हल्दी लगाने से इंफेक्शन नहीं होता है और रंग में भी निखार आता है। साथ ही थकावट दूर होती है।

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डिस्क्लेमर-''इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्म ग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'


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