जानें इस साल किन तिथियों पर करें कालसर्प दोष के निवारण की पूजा
हिन्दू पंचांग के अनुसार माह की 30वीं और कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या कहा गया है। इस दिन को हिन्दू पंचांग में अत्यधिक महत्वपूर्ण कहा गया है।
एक वर्ष में होती हैं 12 अमावस्या
हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष के अंतिम दिवस को दिवस को अमावस्या तिथि कहते हैं। इस प्रकार एक वर्ष में 12 अमावस्या आती हैं। सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं। शनिवार को पड़ने वाली अमावस्या को शनि अमावस्या कहा जाता है। काल सर्प दोष से पीडि़त लोगों के लिये अमावस्या के दिन पूजन करना उत्तम माना जाता है। अमावस्या को पूजा करने से कालसर्प दोष का निवारण होता है। इस दिन चंद्रमा दिखाई नहीं देता है। रात्रि में हर ओर अंधकार छाया रहता है। अमावस्या के दिन किये गये उपायों से दुर्भाग्य सौभाग्य में बदल जाता है।
अमावस्या के दिन होता है कालसर्प दोष का निवारण
इस दिन का ज्योतिष एवं तंत्र शास्त्र में अत्यधिक महत्व है। तंत्र शास्त्र की माने तो अमावस्या के दिन किये गये उपाय बहुत प्रभावशाली होते हैं। जिनका फल अतशीघ्र प्राप्त होता हे। कालसर्प दोष, पितृ दोष या किसी भी ग्रह की अशुभता को दूर करना हो तो अमावस्या के दिन पूजन करना सर्वोत्तम माना गया है। अमावस्या के दिन शनि देव पर कड़वा तेल, काले उड़द, काले तिल, लोहा, काला कपड़ा, नीला पुष्प चड़ा कर शनि मंत्रा का जाप करना चाहिये। हर अमावस्या को पीपल के पेड़ के नीचे कड़वे तेल का दिया जलाने से भी पितृ और देवता प्रसन्न होते हैं।
2017 में अमावस्या तिथि
तिथियाँ (Dates) | दिन (Days) | हिन्दु माह (Hindu Month) |
27 जनवरी | शुक्रवार | माघ माह |
26 फरवरी | रविवार | फाल्गुन माह |
28 मार्च | मंगलवार | चैत्र माह – भौमवती अमावस्या |
26 अप्रैल | बुधवार | वैशाख माह |
25 मई | बृहस्पतिवार | ज्येष्ठ माह |
24 जून | शनिवार | आषाढ़ माह – शनैश्चरी अमावस्या |
23 जुलाई | रविवार | श्रावण माह |
21 अगस्त | सोमवार | भाद्रपद माह – सोमवती अमावस्या |
20 सितंबर | बुधवार | आश्विन माह |
19 अक्तूबर | बृहस्पतिवार | कार्तिक माह |
18 नवंबर | शनिवार | मार्गशीर्ष माह – शनैश्चरी अमावस्या |
18 दिसंबर | सोमवार | पौष माह – सोमवती अमावस्या |