10 साल बाद अमावस्या पर बन रहा ऐसा योग, कम रहेगा शनि का प्रभाव
हिंदू महीनों के अनुसार इस समय आषाढ़ का महीना चल रहा है। इस माह में दस साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है कि अमावस्या शनिवार के दिन पड़ रही है। अब ऐसा अवसर 17 साल बाद आयेगा।
क्या है शनि अमावस्या
अमावस्या जब सोमवार के दिन पड़ती है तो उसे सोमवती अमावस्या कहते हैं और अमावस्या जब शनिवार के दिन पड़ती है तो उसे शनि अमावस्या कहते हैं। कुछ लोग इसे शनिचरी अमावस्या भी कहते हैं। इस साल 24 जून को शनि अमावस्या है। ऐसा संयोग करीब 10 साल बाद बन रहा है अत इसका बड़ा महत्व बताया जा रहा है।
17 साल बाद आयेगा ऐसा योग
इस साल के बाद आषाढ़ शनि अमावस्या का ये योग 17 साल बाद 2034 में आषाढ़ माह में आयेगा जो कि अधिक मास या पुरूषोत्म मास में होगा। इससे पूर्व 2007 में ये सुयोग बना था। इस मौके पर श्रद्धालु गंगा जी में स्नान करके शनि मंदिरों में दर्शन के लिए जाते हैं और मंदिरों में शनि देव पर तेल चढ़ा कर पंडितों को दान पुनय भी करते हैं। शनिचरी अमावस्या पर पितृ शांति के उपाय करने का भी बड़ा महत्व होता है।