इंदिरा गांधी के हत्यारे बेअंत सिंह के बेटे सरबजीत लड़ेंगे लोकसभा चुनाव, इस सीट से मैदान में उतरने का किया एलान
Punjab Lok Sabha Election 2024 साल 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या उन्हीं के अंगरक्षकों द्वारा कर दी गई थी। इस हत्याकांड में केहर सिंह सतवंत सिंह और बेअंत सिंह शामिल थे। इसी क्रम में अब बेअंत सिंह के बेटे सरबजीत सिंह ने लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान किया है। उन्होंने कहा कि वह पंजाब की फरीदकोट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे।
पीटीआई, चंडीगढ़। Punjab Lok Sabha Election News: पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों में शामिल बेअंत सिंह के बेटे सरबजीत सिंह लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। गुरुवार को उन्होंने इस बात की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वह पंजाब की फरीदकोट सीट से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।
सरबजीत सिंह ने कहा कि फरीदकोट के कई लोगों ने उनसे चुनाव लड़ने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि वह लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे।
बेअंत ने की थी इंदिरा की हत्या
बता दें कि 31 अक्टूबर, 1984 को बेअंत सिंह और सतवंत सिंह ने तत्कालीन भारत की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi Death) पर गोलियां बरसा दी थीं।
इस जुर्म में सतवंत सिंह और इंदिरा को मारने की साजिश रचने वाले कहर सिंह को फांसी की सजा सुनाई गई थी। वहीं बेअंत सिंह को इंदिरा के सुरक्षाबलों ने तत्काल मार गिराया था।
सरबजीत सिंह ने 2004 का लोकसभा चुनाव बठिंडा सीट से लड़ा था। इस चुनाव में उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा। चुनाव में उन्हें 1.13 लाख वोट मिले थे। उन्होंने साल 2007 में बरनाला की भदौर सीट से पंजाब विधानसभा चुनाव भी लड़ा था लेकिन असफल रहे।
मां रोपड़ सीट से रही हैं सांसद
सरबजीत सिंह ने 2014 के लोकसभा चुनाव में फतेहगढ़ साहिब सीट से फिर से अपनी किस्मत आजमाई लेकिन फिर हार गए। उनकी मां बिमल कौर 1989 में रोपड़ सीट से सांसद (Ropar Lok Sabha Seat) चुनी गईं। बता दें कि पंजाब की 13 लोकसभा सीटों के लिए 1 जून को मतदान होगा।
वहीं आम आदमी पार्टी ने फरीदकोट लोकसभा सीट से अभिनेता करमजीत अनमोल को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने गायक हंस राज हंस को चुनाव मैदान में उतारा है। कांग्रेस और शिअद ने अभी उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
यह भी पढ़ें- Punjab News: AAP पर मंडराए काले बादल, शिअद ने CM मान और संजय सिंह के खिलाफ राज्य चुनाव आयोग को दी शिकायत