आईसीसी की सलाह, रिहैबिलिटेशन पर ध्यान दें आमेर
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद [आईसीसी] के सीईओ हारून लोर्गट ने कहा कि वह पाकिस्तान के दागी तेज गेंदबाज मुहम्मद आमेर के प्रति अफसोस महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि स्पॉट फिक्सिंग में पांच साल का प्रतिबंध झेल रहे इस गेंदबाज को प्रतिबंध घटवाने की जगह रिहैबिलिटेशन [पूर्व स्थिति] पर ध्यान लगाना चाहिए।
दुबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद [आईसीसी] के सीईओ हारून लोर्गट ने कहा कि वह पाकिस्तान के दागी तेज गेंदबाज मुहम्मद आमेर के प्रति अफसोस महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि स्पॉट फिक्सिंग में पांच साल का प्रतिबंध झेल रहे इस गेंदबाज को प्रतिबंध घटवाने की जगह रिहैबिलिटेशन [पूर्व स्थिति] पर ध्यान लगाना चाहिए।
छह महीने की सजा में से आधी काटने के बाद स्वदेश लौटे आमेर ने कहा था कि तत्कालीन कप्तान सलमान बट ने उनका इस्तेमाल किया था। 19 वर्षीय तेज गेंदबाज आईसीसी के प्रतिबंध से राहत नहीं चाहता और लोर्गट ने कहा कि उन्हें यही रास्ता अपनाना चाहिए। लोर्गट ने एक वेबसाइट से कहा, शुरुआती बिंदु यह नहीं होना चाहिए कि हम [आईसीसी] प्रतिबंध घटा सकते हैं या नहीं। आईसीसी के सीईओ ने कहा कि अगर आमेर आईसीसी पंचाट के समक्ष भी अपना दोष स्वीकार कर लेता, तो उसे कम सजा मिल सकती थी। उन्होंने कहा, हमने उसे काफी मौके दिए थे। पंचाट इसे अलग तरीके से देख सकती थी और किसे पता कि प्रतिबंध पर क्या फैसला दिया जाता। यह अलग कहानी हो सकती थी। मुझे उसके लिए दुख है।
लोर्गट ने आमेर को सलाह दी कि वह अब से सब सही काम करे। उन्होंने कहा, शैक्षिक प्रक्रिया का हिस्सा बनो और खेल को मत छोड़ो। भविष्य पर अपना विश्वास कायम रखो। उसे अपनी कहानी सुनाने के लिए तैयार रहना चाहिए और अन्य लोगों को बताना चाहिए कि उन्हें किन चीजों से सतर्क रहना चाहिए। आमेर इस अंधेरी दुनिया से सतर्क रहने के बारे में संदेश देगा तो लोग खड़े होकर उसे सुनेंगे। यह रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया का एक उदाहरण है।
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