पाक सेना ने बलूचिस्तान में बरपाया कहर, 43 लोगों को उतारा मौत के घाट
बलूचिस्तान में मौजूद सूत्रों के सेना की कार्रवाई में कम से कम 43 मारे गए हैं जबकि 185 लापता हैं।
नई दिल्ली, आइएएनएस। बलूचिस्तान को लेकर दुनिया में बढ़ी चर्चाओं के बीच वहां पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार भी बढ़ गए हैं। हाल के हफ्तों में सेना ने बलूच महिलाओं और बच्चों को अपना निशाना बनाया है। इनमें बहुत से मारे गए हैं और तमाम लापता हैं। बलूचिस्तान में मौजूद सूत्रों के सेना की कार्रवाई में कम से कम 43 मारे गए हैं जबकि 185 लापता हैं।
मारे गए लोगों में 30 महिलाएं और बच्चे हैं। ताजा मामला मंगलवार का है, जब एक विवाह समारोह में पहुंचे सेना के जवानों ने दूल्हा-दुल्हन समेत 30 लोगों का अपहरण कर लिया। घटना केच जिले के ताजबिन इलाके की है। बीते अगस्त महीने में बलूचिस्तान में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 67 लोग मारे गए और 150 लापता हैं। वैसे भी हर साल अगस्त का महीना बलूच लोगों पर अत्याचार का होता है। इसकी 11 तारीख को बलूच अपना स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। पाकिस्तानी सेना इससे भड़क उठती है।
पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त को है। हर साल अगस्त में पाकिस्तानी सेना का बलूचिस्तान में दमन चक्र तेज हो जाता है। इस बार दमन में तेजी इसलिए बरकरार है क्योंकि भारत और यूरोपीय यूनियन ने बलूचों पर हो रहे अत्याचार पर विरोध जताया है।
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