विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप: लगातार पांचवें गोल्डन डबल से चूका ये दिग्गज एथलीट
मो. फराह लगातार पांचवीं बार प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में गोल्डन डबल पूरा करने से चूक गए।
नई दिल्ली, जेएनएन। आधुनिक ओलंपिक गेम्स के इतिहास के सबसे सफल ब्रिटिश एथलीट मो फराह का विश्व चैंपियनशिप की अपनी अंतिम रेस में स्वर्ण पदक से विदाई का सपना शनिवार को इथोपियाई एथलीट मुक्तार इद्रिस ने तोड़ा दिया। लंदन के ओलंपिक स्टेडियम में चैंपियनशिप का गोल्डन डबल पूरा करने की उम्मीद के साथ 5000 मीटर दौड़ में उतरे फराह को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। वह लगातार पांचवीं बार प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में गोल्डन डबल पूरा करने से चूक गए। उन्होंने दस हजार मीटर में तो अपने खिताब का बचाव किया, लेकिन पांच हजार मीटर में नहीं कर सके।
मुक्तार इद्रिस ने 13:32.79 सेकेंड के साथ पीला तमगा जीता। 34 वर्षीय फराह 13:33.22 सेकेंड के साथ दूसरे और अमेरिका के पॉल किपकेमोई चेमिलो 13:33.30 सेकेंड के साथ तीसरे स्थान पर रहे। अब दौड़ेंगे सिर्फ मैराथन : फराह 24 अगस्त को ज्यूरिख में अंतिम बार ट्रैक पर दौड़ेंगे। वह डायमंड लीग में 5000 मीटर में चुनौती पेश करेंगे। इसके बाद वह मैराथन पर ही अपना ध्यान लगाएंगे।
12वें स्थान पर रहे कंग: विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने वाले पहले भारतीय जेवलिन थ्रोअर देवेंद्र सिंह कंग फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सके। 13 प्रतिभागियों में पंजाब के जालंधर के कंग 80.02 मीटर भाला फेंककर 12वें स्थान पर रहे। स्पर्धा का स्वर्ण पदक जर्मनी के जोहानेस बेटेर ने 89.89 की दूरी नापकर जीता।
चेक गणराज्य के जाकूब वाडलेजज (89.73 मीटर) और पेट्र फ्रीदरिक (88.32 मीटर) ने क्रमश: दूसरे और तीसरा स्थान हासिल किया। इन दोनों ने अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। कंधे की चोट से जूझ रहे कंग ने अपने गुरुवार को तीसरे और अंतिम प्रयास में 84.22 मीटर दूरी तक भाला फेंककर फाइनल में जगह बनाई थी। लेकिन फाइनल में वह अपना यह प्रदर्शन भी नहीं दोहरा पाए। कंग इस चैंपियनशिप में भी किसी भी स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय हैं।