यूपीए में पीएम करते 'प्रीसाइड', मैडम करती थी 'डिसाइड': वेंकैया
जयंती नटराजन के कांग्रेस से बगावत करने पर अपनी प्रतिक्रया में भाजपा के वरिष्ठ नेता और राजग सरकार में मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि यूपीए सरकार में हर फैसले मैडम [ सोनिया गांधी ] ही लिया करती थीं। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार में पीएम करते 'प्रीसाइड', मैडम करती
नई दिल्ली। जयंती नटराजन के कांग्रेस से बगावत करने पर अपनी प्रतिक्रया में भाजपा के वरिष्ठ नेता और राजग सरकार में मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि यूपीए सरकार में हर फैसले मैडम [ सोनिया गांधी ] ही लिया करती थीं। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार में पीएम करते 'प्रीसाइड', मैडम करती थी 'डिसाइड। वेंकैया ने कहा कि जब कांग्रेस जयंती नटराजन पर भ्रष्टाचार के इतने गंभीर आरोप लगा रही है तो उसने उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की? क्या सिर्फ आरोपी मंत्री से इस्तीफा ले लिया जाना ही काफी है।
वेंकैया नायडू ने जयंती नटराजन के खुलासों को स्तब्ध कर देने वाला करार दिया है। उन्होंने यह भी कहा है कि ये खुलासे भाजपा के उन आरोपों को सही ठहराते हैं कि संप्रग के शासनकाल में एक अतिरिक्त संवैधानिक सत्ता काम कर रही थी। खुलासे से यह पता चलता है कि मनमोहन सिंह की सरकार रिमोट से नियंत्रित होती थी।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर लिखे नटराजन के पत्र और उसके बाद उनके बयानों पर नायडू ने यहां कहा कि कांग्रेस को देश को स्पष्टीकरण देना चाहिए कि किस तरह इस अतिरिक्त संवैधानिक सत्ता को काम करने की इजाजत दी गई। उन्होंने कहा कि जयंती ने हमारे उस सर्वाधिक बुरे डर और जनता की धारणा की पुष्टि की है कि संप्रग के शासनकाल में कांग्रेस आलाकमान की अतिरिक्त संवैधानिक सत्ता काम कर रही थी। इस तरह कांग्रेस नेतृत्व बगैर किसी जिम्मेदारी के सत्ता का मजा ले रहा था।
इससे भी अधिक नटराजन के खुलासे की विश्वसनीयता है। ऐसी एक घटना घट चुकी है जिसमें कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मीडिया के सामने एक अध्यादेश को फाड़ दिया था और कहा था कि वह कूड़ेदान में फेंक देने के लायक है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नटराजन के आरोपों को उनके खिलाफ आरोप लगाकर ढकना चाहती है। जैसा कि केंद्रीय वित्त एवं पर्यावरण मंत्रियों ने कहा है कि संप्रग शासन में जितने भी पर्यावरण मंजूरी दिए गए या देने से इंकार किए गए उनकी जांच की जाएगी। कांग्रेस के नेताओं के इस बयान पर कि जयंती को भ्रष्टाचार के आरोप में हटाया गया था। नायडू ने पूछा है कि यदि ऐसे मामले थे तो कांग्रेस ने उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की? उन्होंने यह पूछा है कि क्या कोई मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दे यह पर्याप्त है? संप्रग शासन के दौरान लिए गए सभी फैसलों को पूरी तरह से जांच करने की आवश्यकता है। मैं पहले ही कहा करता था कि संप्रग सरकार में मैडम फैसले लेती थीं और पीएम उसकी अध्यक्षता करते थे यह मैंने अब साबित कर दिया।