खुली बैरक में अातंकी नावेद की जान को खतरा
ऊधमपुर के नरसू इलाके में पांच अगस्त को हुए आतंकी हमले में जीवित पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकी मुहम्मद नावेद याकूब और उसके साथियों खुर्शीद अहमद बट्ट व शौकत अहमद को खुली बैरक में रखने से उनकी जान को खतरा हो सकता है।
जागरण संवाददाता, जम्मू । ऊधमपुर के नरसू इलाके में पांच अगस्त को हुए आतंकी हमले में जीवित पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकी मुहम्मद नावेद याकूब और उसके साथियों खुर्शीद अहमद बट्ट व शौकत अहमद को खुली बैरक में रखने से उनकी जान को खतरा हो सकता है। यह आशंका मंगलवार को कोट भलवाल जेल के सुपरिटेंडेंट की ओर से एनआइए की विशेष अदालत में पेश अनुपालन रिपोर्ट में जताई गई।
रिपोर्ट में कहा गया कि तीनों आरोपियों की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें अलग-अलग रखा गया है, लेकिन उन्हें जेल की बाकी सभी सुविधाएं दी जा रही हैं। जेल में कई खूंखार अपराधी व आतंकी बंद हैं, जिस कारण उन्हें खुली बैरक में नहीं रखा जा सकता। कोर्ट ने तीस सितंबर को नावेद और उसके दोनों मददगारों को कोठरी में रखने के बजाय खुली बैरक में भी रखने के निर्देश दिए थे। इससे पूर्व नावेद और उसके दोनों मददगारों को कड़ी सुरक्षा के बीच एनआइए की विशेष अदालत में पेश किया गया। अदालत ने तीनों की न्यायिक हिरासत 14 दिन और बढ़ा दी। अब उन्हें 26 अक्टूबर को दोबारा न्यायिक हिरासत अवधि पूरा होने के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा।
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फिर लगाई घर बात करने की गुहार
आतंकी नावेद ने पेशी के दौरान एक बार फिर जज के सामने अपने घर पाकिस्तान में फोन पर बात करने की गुहार लगाई। इस पर जज ने कहा कि क्या तुम्हारी बात नहीं हो पाई तो नावेद ने कहा कि जो नंबर मैंने बताए हैं, वे मिलते ही नहीं हैं। जज ने नावेद से पूछा कि क्या जो नंबर बताए हैं, वे सही भी हैं तो नावेद ने बताया कि वे नंबर मैंने सोच कर बोले हैं, गलत नहीं हो सकते।
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दो लाख का इनामी सब्जार गिरफ्तार
श्रीनगर।पुलिस ने मंगलवार को ऊधमपुर आतंकी हमले में एक और बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए नावेद व नोमान को वारदात स्थल पर पहुंचाने वाले ट्रक के मालिक सब्जार अहमद उर्फ साहबा को गिरफ्तार कर लिया है। उस पर एनआइए ने दो लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था। नावेद ने बताया था कि कोयमू (कुलगाम) के रहने वाले 28 वर्षीय सब्जार अहमद उर्फ साहबा के ट्रक में ही बैठकर ही वह नोमान के साथ हमले वाले स्थल पहुंचा था।