हिजबुल मुजाहिदीन के 11 नए आतंकियों का पोस्टर जारी
आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के 11 नए आतंकियों का पोस्टर जारी किया है।
नवीन नवाज, श्रीनगर। हिजबुल मुजाहिदीन ने सुरक्षाबलों को चुनौती देते हुए अपने नए 11 आतंकियों का पोस्टर जारी किया है। इस पोस्टर ने बुरहान की मौत के बाद नए युवा आतंकियों की भर्ती की तेजी की आशंका को बल हुए आने वाले गंभीर संकट का संकेत दे दिया है। वहीं सुरक्षा एजेंसियां पोस्टर की सच्चाई का पता लगाने में जुट गई हैं।
सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहे इस पोस्टर में 11 युवा आतंकी फौजी वर्दी पहने, हाथों में हथियार लिए एक बाग में बैठे दिखाए गए हैं। यह पोस्टर ठीक वैसा ही है जैसा हिजबुल मुजाहिदीन के मारे गए पोस्टर ब्वॉय बुरहान वानी ने गत वर्ष अपने साथियों संग जारी किया था। फर्क इतना है कि इसमें अब चेहरे बदल चुके हैं।
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बीते साल बुरहान ने जो पोस्टर जारी किया था, उससे पूरे कश्मीर में सनसनी फैल गई थी क्योंकि बीते 15-16 वर्षो में पहली बार आतंकियों ने बिना मुंह ढके हथियारों संग अपनी तस्वीरें सार्वजनिक की थीं। यह तस्वीर तब ली गई थी जब लश्कर-ए-तैयबा व जैश-ए-मुहम्मद के आतंकियों के साथ हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों की इलाका बांटने के मुद्दे पर बैठक हुई थी। बुरहान वानी को गत आठ जुलाई को मार गिराने के बाद सुरक्षाबलों ने कहा था कि दक्षिण कश्मीर में आतंकवाद का लगभग सफाया हो गया है।
हिजबुल मुजाहिदीन कमजोर पड़ गया है, लेकिन बुरहान की मौत के बाद कई युवक तथाकथित तौर पर अपने घरों से गायब हो गए थे और उनमें से कई के आतंकी बनने की आशंका है। उस आशंका को इस पोस्टर ने सही ठहराया है। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी बुरहान की मौत के बाद पैदा हुए विधि व्यवस्था के संकट पर कहा था कि जिंदा रहते हुए बुरहान जो काम नहीं कर पाया, वह मरने के बाद कर गया है। उसकी मौत के बाद बड़ी संख्या में नए लड़के आतंकी बन सकते हैं और हालात पहले से कहीं ज्यादा खराब हो सकते हैं। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि यह पोस्टर सबसे पहले दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में पाया गया। इसमें नजर आ रहे आतंकियों की पहचान की जा रही है।
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बुरहान के साथ पोस्टर में नजर आने वाले उसके साथी जिनमें से तीन चार को छोड़ अन्य सभी मारे गए हैं, जीवंत और अपने इरादों को लेकर स्पष्ट नजर आते थे। वहीं जो पोस्टर अब आया है, उसमें नजर आने वाले युवकों का वैसा स्टाइल नहीं है, इनमें से कुछ के चेहरे पर निराशा के भाव हैं। वहीं कुछ के हाव-भाव से लगता है कि वह ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं और ग्रामीण परिवेश से हैं। अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल यह भी पता लगाना जरूरी है कि यह तस्वीर कश्मीर के किसी जंगल में ली गई है या सरहद पार से आई है।