Move to Jagran APP

Career In Teaching: टीचिंग में बनाना है करियर तो 12वीं के बाद करें ये कोर्स, सुनहरा होगा भविष्य

विभिन्न राज्य बोर्ड की ओर से इंटरमीडिएट के रिजल्ट जारी किये जाने लगे हैं। ऐसे छात्र जो 12वीं उत्तीर्ण करने जा रहे हैं और टीचिंग क्षेत्र में करियर बनाने की सोच रहे हैं तो इसकी शुरुआत अब अभी से कर सकते हैं। 12th करने के बाद आप टीचिंग से जुड़े कोर्सेज बीएलएड/ डीएलएड/ बीए बीएड/ बीएससी बीएड पाठ्यक्रमों में दाखिला ले सकते हैं और आगे चलकर टीचर बन सकते हैं।

By Amit Yadav Edited By: Amit Yadav Published: Thu, 11 Apr 2024 12:01 PM (IST)Updated: Thu, 11 Apr 2024 12:01 PM (IST)
Career In Teaching: शिक्षक बनने के लिए 12वीं के बाद ले सकते हैं विभिन्न प्रोग्राम में प्रवेश। (Image-freepik)

करियर डेस्क, नई दिल्ली। देशभर में रिजल्ट बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट जारी होने का दौर शुरू हो चुका है। इसी के चलते 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने जा रहे ऐसे स्टूडेंट्स जो आगे चलकर शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाने की सोच रहे हैं या टीचर बनना चाहते हैं उनके लिए अभी से दरवाजे खुल जाएंगे। 12वीं उत्तीर्ण करने के बाद ही बहुत से ऐसे कोर्स उपलब्ध हैं जिनमें आप प्रवेश लेकर इस क्षेत्र में अपने करियर का निर्माण कर सकते हैं। इसके लिए आपको ग्रेजुएशन डिग्री हासिल करने की भी जरूरत नहीं है, क्योंकि इन कोर्स के साथ आपको टीचिंग योग्यता के साथ ही ग्रेजुएशन डिग्री की मान्यता प्राप्त हो जाएगी।

loksabha election banner

ये हैं कोर्स

अगर आप बारहवीं उत्तीर्ण कर चुके हैं और शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं तो आप बीएलएड/ डीएलएड/ बीए बीएड/ बीएससी बीएड कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। इन सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अभ्यर्थी का किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं उत्तीर्ण होना आवश्यक है। इसमें बीएलएड/ बीए बीएड/ बीएससी बीएड सभी चार वर्षीय जबकि डीएलएड दो वर्षीय पाठ्यक्रम है।

(Image-freepik)

कैसे होता है प्रवेश

बीएलएड/ बीए बीएड/ बीएससी बीएड में प्रवेश के लिए राज्यों की ओर से प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इन इंटीग्रेटेड कोर्सेज में दाखिले के लिए अब देश भर में एक परीक्षा आयोजित करने का भी प्रावधान है। इसके अलावा डीएलएड पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए कई राज्यों में प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है वहीं कहीं-कहीं मेरिट के आधार पर भी प्रवेश दिया जाता है।

आपको बता दें कि बीएड करने वाले अभ्यर्थी छठी से आठवीं कक्षा तक में पढ़ाने के लिए पात्रता प्राप्त करते हैं। इसी प्रकार बीएलएड डिग्री हासिल करने वाले उम्मीदवार 6 साल से बड़े और 12 साल से कम उम्र के बच्चों को पढ़ाने के लिए योग्यता प्राप्त कर लेते हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेशनुसार डीएलएड वाले अभ्यर्थी प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाने के योग्य होते हैं।

यह भी पढ़ें- Top MBA College: देश के इन टॉप संस्थानों से करें एमबीए, लाखों-करोड़ों में मिलेगा सैलरी पैकेज


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.