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ब्रेंट क्रूड गिरकर 84 डॉलर के करीब

ब्रेंड कू्रड का भाव बृहस्पतिवार को गिरकर 84 डॉलर प्रति बैरल से थोड़ा ही ऊपर रह गया। दुनिया में सबसे अधिक तेल की खपत करने वाले देश अमेरिका में इन्वेंटरी काफी बढ़ गई है। इस वजह से जरूरत से ज्यादा आपूर्ति की चिंता गहरा गई।

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Fri, 24 Oct 2014 09:57 AM (IST)Updated: Fri, 24 Oct 2014 10:22 AM (IST)

सिंगापुर। ब्रेंड कू्रड का भाव बृहस्पतिवार को गिरकर 84 डॉलर प्रति बैरल से थोड़ा ही ऊपर रह गया। दुनिया में सबसे अधिक तेल की खपत करने वाले देश अमेरिका में इन्वेंटरी काफी बढ़ गई है। इस वजह से जरूरत से ज्यादा आपूर्ति की चिंता गहरा गई।

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'एनर्जी इन्फॉर्मेशन ऐडमिनिस्ट्रेशन' के आंकड़ों के मुताबिक पिछले हफ्ते अमेरिका में कू्रड इन्वेंटरी 71 लाख बैरल बढ़कर 37.768 करोड़ बैरल हो गया। नेशनल ऑस्ट्रलिया बैंक के तेल विश्लेषक फिन जीबेल ने कहा, 'निश्चित रूप से तेल की अत्यधिक आपूर्ति वाली स्थिति है क्योंकि मुख्य शेल आयल प्रोडक्शन इलाकों में तेजी से उत्पादन बढ़ रहा है। लेकिन मैं समझता हूं कि जाड़े के इस मौसम में मुख्य रूप से अमेरिका की वजह से ही बाजार के हालात सुधर सकते हैं। वहां ठंढ बढ़ने पर उत्पादन कुछ घट सकता है।'

बहरहाल दिसंबर डिलीवरी के लिए ब्रेंट कू्रड 8 सेंट गिरकर 84.63 डॉलर प्रति बैरल रह गया। बुधवार को इसमें 1.51 डॉलर प्रति बैरल की गिरावट आई थी।

उधर, चीन में एक निजी सर्वे के मुताबिक मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियां बढ़ी हैं। चीन कू्रड आयल का दुनिया का सबसे बड़े बड़ा उपभोक्ता देश है। इस हिसाब से वहां की अर्थव्यवस्था सुधरनी चाहिए, जिसका असर कच्चे तेल की कीमतों पर भी होगा।

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