रांची कॉलेज अब श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू की स्वीकृति के बाद रांची कॉलेज का डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के रूप में अपग्रेडेशन हो गया।
राज्य ब्यूरो, रांची। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू की स्वीकृति के बाद राज्य सरकार के विधि विभाग ने झारखंड राज्य विश्वविद्यालय संशोधन अधिनियम, 2017 की अधिसूचना जारी करते हुए इसे गजट में प्रकाशित कर दिया है। इसी के साथ जहां रांची कॉलेज का डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के रूप में अपग्रेडेशन हो गया, वहीं धनबाद में विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय का रास्ता साफ हो गया। इसी बजट सत्र में इस संशोधन विधेयक को विधानसभा से पारित कराया गया था।
रांची कॉलेज के विश्वविद्यालय का अपग्रेडेशन राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत हो रहा है, जिसके लिए 55 करोड़ रुपये पहले ही मिल चुके हैं। धनबाद में प्रस्तावित विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय को मंजूरी देते हुए विश्वविद्यालय अधिनियम में शामिल किया गया। धनबाद में स्थापित होनेवाले इस विश्वविद्यालय का कार्यक्षेत्र धनबाद के अलावा बोकारो में रहेगा। इसी के साथ विनोबा भावे विश्वविद्यालय के अधिकार क्षेत्र से बोकारो एवं धनबाद को हटा लिया गया।
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असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए नेट या जेट अनिवार्य
राज्य के कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्ति के लिए राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) या झारखंड पात्रता परीक्षा (जेट) उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। विश्वविद्यालय संशोधन अधिनियम में इसका प्रावधान किया गया है। हालांकि 11 जुलाई 2009 से पूर्व निबंधित एवं उत्तीर्ण एम-फिल व पीएचडी अभ्यर्थियों को कुछ शर्तों के साथ इससे छूट दी गई है। असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए श्रेष्ठ एकेडमिक रिकार्ड भी जरूरी है। इसके तहत स्नातकोत्तर में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक अनिवार्य है।