चावल के अभाव में जून से आंगनबाड़ी केंद्र में खिचड़ी बंद
नोनीहाट : जरमुंडी प्रखंड बाल विकास परियोजना अंर्तगत के चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थि
नोनीहाट : जरमुंडी प्रखंड बाल विकास परियोजना अंर्तगत के चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति अत्यंत दयनीय है। जून से चावल के अभाव बच्चों को खिचड़ी नहीं मिल ही है। केंद्र के संचालिका सेविका, पोषण सखी और सहायिका को मानदेय नहीं मिला है।
जानकारी के अनुसार जून माह से चावल नहीं मिलने के कारण खिचड़ी बंद है। मिड डे मिल के तहत खिचड़ी बंद है। मई से अंडा भी बंद है। एक साल से स्वास्थ्य विभाग से जुडे़ टीकाकरण हेतु जच्चा-बच्चा कार्ड उपलब्ध नहीं है। कार्ड नहीं बनने से गर्भवती महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं पोषक क्षेत्र में स्वास्थ्य जागरूकता के लिए अगस्त 16 में नियुक्त पोषण सखियों को एक साल से मानदेय नहीं मिला है। सेविकाओं और सहायिकाओं का भी मानदेय आठ माह से रुका हुआ है। पर्यवेक्षिकाओं से लेकर सीडीपीओ को आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा चावल जून माह में खत्म हो जाने की जानकारी देने के बाद भी चावल नहीं उपलब्ध कराया गया है। समाज कल्याण पदाधिकारी श्वेता भारती का कहना है कि राज्य स्तर से आवंटन प्राप्त नहीं होने के वजह से विलंब हो रहा है। जल्द ही चावल की आपूíत करा दी जाएगी। पोषण सखी का मानदेय भेजा जा रहा है। जैसे-जैसे प्रमाण पत्र की जांच होकर आ रही वैसे-वैसे राशि दी जा रही है। सेविका व सहायिका का जून तक मानदेय भेजा जा रहा है। जिन सेविका को मानदेय नहीं मिला है वे पर्यवेक्षिका और परियोजना पदाधिकारी को आधार कार्ड ¨लक बैंक खाता नंबर के साथ मानदेय हेतु आवेदन दें।