Kathua News: पर्यटकों से गुलजार हुई चलाधार की पहाड़ियां, बर्फबारी की लुत्फ उठा रहे सैकड़ों पर्यटक; गुलमर्ग से कम नहीं सरथल
पहाड़ी क्षेत्र बनी में कुछ दिन पहले हुई बर्फबारी से पर्यटक खीचें चले आ रहे हैं। सबसे ज्यादा पर्यटक सियार पंचायत के अंतर्गत चलाधार में पहुंच रहे हैं। चलाधार बनी बसहोली सड़क मार्ग पर सियार पंचायत से करीब दास किलोमीटर की दूरी पर है। पर्यटक स्थान सरथल भी किसी गुलमर्ग से काम नहीं है। बारिश और बर्फबारी के बाद पर्यटक भी बर्फ देखने का पूरा मजा ले रहे हैं।
संवाद सहयोगी, बनी/कठुआ। Jammu-Kashmir News: पहाड़ी क्षेत्र बनी में कुछ दिन पहले हुई बर्फबारी (Snowfall in Jammu-Kashmir) पर्यटकों के लिए संजीवनी बनकर आई है। इसमें सबसे ज्यादा पर्यटक सियार पंचायत के अंतर्गत चलाधार में पहुंच रहे हैं। लंबे समय के बाद पहाड़ी क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी के बाद पर्यटक भी बर्फ देखने का पूरा मजा ले रहे हैं।
कठुआ के चलाधार पहुंच रहे सबसे ज्यादा पर्यटक
इनमें सबसे ज्यादा चलाधार में ज्यादा पर्यटक पहुंच रहे हैं क्योंकि चलाधार बनी बसहोली सड़क मार्ग पर सियार पंचायत से करीब दास किलोमीटर की दूरी पर है और आने जाने वाले पर्यटकों के लिए भी इस मार्ग पर नजदीक पड़ता है। यही कारण है कि वहां पर काफी संख्या में पर्यटक पहुंच रही है।
गुलमर्ग से कम नहीं बनी का सरथल पर्यटक स्थान
यहां पर बीते वर्ष भी काफी संख्या में पर्यटक पहुंचे थे और जो लोग बीते वर्ष वहां पर पहुंचे थे। उन्हीं की वजह से यह स्थान ज्यादा प्रसिद्ध हुआ है। हालांकि बनी का पर्यटक स्थान सरथल भी किसी गुलमर्ग से काम नहीं है, लेकिन वहां पर रहने खाने और मार्ग को सुचारु ना होने की कारण पर्यटक वहां पर नहीं पहुंच पा रहे हैं।
चला में भी पहुंच रहे पर्यटक
अगर चला की बात की जाए तो वहां पर भी पर्यटक अपना सामान लेकर पहुंचते हैं। प्रशासन और पर्यटक विभाग की तरफ से वहां पर कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं है। अगर पर्यटक विभाग की तरफ से वहां पर कोई बड़े होटल बनाए जाएं तो लाखों की संख्या में भी पर्यटक वहां पर पहुंच सकते हैं।
बर्फ का मजा ले रहे हैं पर्यटक
चला से मिली जानकारी के अनुसार हर रोज पचास से एक सो तक के करीब पर्यटक वहां पर पहुंच रहे हैं और वहां पर जमी हुई बर्फ का पूरा मजा ले रहे हैं। चलाधर में गए पठानकोट से आए हुए पर्यटक अमनदीप, भूपेंद्र सिंह, मुकेश सिंह का कहना है कि चलाधर बहुत ही सुंदर स्थान है और पठानकोट से इसकी दूरी भी बहुत कम है।
पठानकोट से लगता है साढ़े तीन घंटे का समय
पठानकोट से अटल सेतु पुल से होकर चलाधार तक पहुंचाने के लिए लगभग साढ़े तिन घंटे का समय लगता है। उन्होंने कहां के सरकार को डलहौजी की तर्ज पर वहां पर पर्यटक के लिए सुविधा उपलब्ध करवाई जाए।
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