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संस्कृत में स्नातक को मिले शास्त्री पद पर नियुक्ति

संवाद सहयोगी, मंडी : संस्कृत में स्नातक एवं स्नातकोत्तर तथा संस्कृत में बीएड बेरोजगार संघ की प्रदेश

By Edited By: Published: Thu, 19 May 2016 06:51 PM (IST)Updated: Thu, 19 May 2016 06:51 PM (IST)

संवाद सहयोगी, मंडी : संस्कृत में स्नातक एवं स्नातकोत्तर तथा संस्कृत में बीएड बेरोजगार संघ की प्रदेश स्तरीय बैठक मंडी में हुई। इसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष हरदेव शर्मा ने की। बैठक में प्रदेश के सात जिलों के प्रशिक्षित बेरोजगारों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर बेरोजगारों की समस्याओं पर चर्चा की गई।

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प्रदेश अध्यक्ष हरदेव शर्मा ने कहा कि 2012 आरएंडपी नियमों के अनुसार संस्कृत में एमए व बीएड कर चुके बेरोजगारों को शिक्षा विभाग में शास्त्री पदों के लिए आयोग्य ठहराया गया है जबकि इससे पूर्व पीटीए नीति में अप्रशिक्षित व मात्र स्नातक संस्कृत को भी नियुक्ति दी गई है। उन्होंने सरकार से नए आरएंडपी नियमों में संशोधन की मांग की है तथा टेट 2016 के लिए स्नातकोत्तर संस्कृत व बीएड को भी योग्य माना जाए। उन्होंने कहा कि सरकार ने दस वर्ष से स्नातकोत्तर संस्कृत के लिए रोजगार सीमित कर दिया है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि संस्कृत में स्नातकोत्तर युवाओं को शास्त्री पद के लिए पात्र माना जाए और उन्हें नियुक्ति दी जाए। उन्होंने राज्यपाल आचार्य देवव्रत से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द इस दिशा में कोई ठोस नीति नहीं बनाती है तो बेरोजगार आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।

इस मौके पर कुल्लू से कृष्ण पाल, हंस राज, बिलासपुर से किरण बाला, आंचल वर्मा, मंडी से कनिका शर्मा, मध्या देवी देवराज, सूरज, हमीरपुर से काजल, पवन, चंबा से सुरजीत चंबियाल, पुनीत वर्मा, कांगड़ा से विशाल शर्मा व अशोक आदि ने मौजूद रहे।


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