Mahendragarh School Bus Accident: बेटे की आखिरी बात ध्यान से सुन लेते तो नहीं बुझते घर के दोनों चिराग, हादसे में हुई सगे भाइयों की मौत
हरियाणा महेंद्रगढ़ जिले के गांव उन्हाणी के पास हुए हादसे में दो सगे भाई मौत का शिकार हो गए। अभी तक मरने वाले छात्रों की संख्या प्रशासन की ओर से छह बताई गई। दो बच्चों की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। उन्हें पीजीआइ रोहतक के लिए रेफर किया गया है। यशु और अंशू गांव झाड़ली के रहने वाले थे।
गोबिंद सिंह, महेंद्रगढ़। हरियाणा महेंद्रगढ़ जिले के गांव उन्हाणी के पास हुए हादसे में दो सगे भाई मौत का शिकार हो गए। अभी तक मरने वाले छात्रों की संख्या प्रशासन की ओर से छह बताई गई।
दो बच्चों की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। उन्हें पीजीआई रोहतक के लिए रेफर किया गया है।यशु और अंशू गांव झाड़ली के रहने वाले थे। दोनों बेटों के शव देख उनके पिता संदीप का बुरा हाल है।
सुबह वह गांव की मुख्य सड़क पर बच्चों को बस में बैठा कर आए थे। रोते हुए संदीप ने बताया कि अंशू ने अपने दोस्त का नाम लेते हुए बताया था कि उसके स्कूल में ईद के चलते अवकाश है। मेरा स्कूल क्यों खुला हुआ है?
संदीप ने कहा बेटे की बात अनसुनी कर दी। अगर नहीं भेजता तो शायद उनके जिगर के टुकड़े उन्हें छोड़कर नहीं जाते।
दो गांवों के हैं बच्चे
मरने वाले बच्चों में सत्यम और युवराज झाड़ली के ही रहने वाले हैं। वहीं विक्की और वंश धनोदा के रहने वाले हैं।घायलों में भी अधिकतर बच्चे दोनों गांव के ही हैं। दोनों गांवों में सन्नाटा पसरा हुआ है।
गांव के लोग स्कूल संचालक को कोस रहे हैं, उनका कहना है कि अगर उन्हें पता होता कि बस चालक शराबी है तो वह अपने बच्चों को स्कूल ही नहीं भेजते।