एक लिंक पर क्लिक और सीए की बेटी ने गंवा दिए थे पूरे परिवार के 7.59 करोड़ रुपये, 16 गिरफ्तार; मास्टरमाइंड अब भी दूर
फरीदाबाद में सीए की बेटी से हुई सबसे बड़ी 7.59 करोड़ की ठगी में साइबर थाना सेंट्रल पुलिस ने 16 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने सभी आरोपितों को बीकानेर बेंगलुरु और लखनऊ से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपितों से 15 लाख 17 हजार 500 रुपये 596 सिम कार्ड 67 चैक बुक 62 एटीएम सहित अन्य सामान बरामद किया है। अभी मामले में और भी आरोपित हैं।
प्रवीन कौशिक, फरीदाबाद। फरीदाबाद में सीए की बेटी से हुई सबसे बड़ी 7.59 करोड़ की ठगी में साइबर थाना सेंट्रल पुलिस ने 16 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
शेयर मार्केट में निवेश कर मुनाफा कमाने का झांसा देकर इस ठगी को अनजाम दिया गया। 29 मार्च को यह मामला दर्ज हुआ था।
गिरफ्तार किए गए आरोपितों में गौरव उर्फ हन्नी, दिनेश कुमार, इंद्रजीत, रिंकू मल्होत्रा, कैलाश, राहुल गहलौत, दीपेंद्र, दिनेश कुमार,महेंद्र, रोहित,आकाश, राम सिंह, हरिकिशन, सईद सुहेल, सईद मोहम्मद जिशान, प्रशांत कुमार हैं।
पुलिस ने सभी आरोपितों को बीकानेर, बेंगलुरु, और लखनऊ से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपितों से 15 लाख 17 हजार 500 रुपये, 596 सिम कार्ड, 67 चैक बुक, 62 एटीएम सहित अन्य सामान बरामद किया है। अभी मामले में और भी आरोपित हैं। इनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
इस तरह हुई ठगी
साइबर थाना सेंट्रल में सेक्टर-15 में रहने वाली एक युवती ने दी शिकायत में बताया कि उनके पिता सीए हैं। वह अपने पिता के साथ दिल्ली स्थित ऑफिस में प्रबंधन का काम देखती है।
इसके साथ अलग से शेयर मार्केट में पिछले साल से ट्रेडिंग भी कर रही थी। चार जनवरी को उसके फेसबुक अकाउंट पर शेयर मार्केट में निवेश करने का एक लिंक आया। उसने उस लिंक पर क्लिक कर लिया।
उसके बाद उसे एक वाट्सएप ग्रुप से जोड़ दिया गया। 18 मार्च तक उस ग्रुप में आई अन्य लोगों की प्रतिक्रियाएं देखती रही। उसमें देखा कि जो लोग निवेश कर रहे हैं, उन्हें किस तरह मोटा मुनाफा हो रहा है।
उसके बाद उसने ग्रुप में अपने रुपये निवेश करने की सहमति जताई। सहमति जताने के बाद उसने एक और वाट्सएप ग्रुप से जाेड़ा गया। उसका अकाउंट भी खुलवा दिया गया।
एक युवती की सलाह पर करने लगी निवेश
इसके बाद करीना राजपूत नामक युवती ने उसे सुझाव दिया कि आप हमारे कस्टमर सर्विस से फंड ऐड करने के लिए बैंक डिटेल प्राप्त कर लें। 19 मार्च को उसने अपने बैंक खाते से एक लाख रुपये निवेश किए।
21 मार्च को 60 लाख रुपये निवेश किए। उसे बताया जाता रहा था कि आपके पैसे से शेयर खरीदे जा रहे हैं जो मुनाफे में चल रहे हैं। इसके बाद लगातार पैसे जमा कराती रही। उसने न केवल अपने बल्कि अपने पिता के खाते से 90 लाख रुपये भी शेयर मार्केट में लगा दिए।
माता के खाते में पड़े 15 लाख जमा कराए। सबसे बड़ी रकम चार करोड़ रुपये आरोपितों के बताए गए खाते में भेज दिए गए। इस हिसाब से लगातार पैसे देती चली गई।
सात करोड़ कर दिए निवेश और...
उसकी निवेश की हुई कुल रकम सात करोड़ 59 लाख रुपये हो गई। वह आरोपितों से अपनी रकम मुनाफा सहित वापस करने के लिए कहती तो वह और निवेश करने की बात कहते थे।
वह समझ गई कि उसके साथ ठगी हो रही है। उसने इसकी शिकायत साइबर पोर्टल पर की। साइबर थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि अभी मास्टर माइंड पकड़ से दूर है।
आरोपितों में किसी ने सिम कार्ड उपलब्ध कराए हैं तो किसी ने अकाउंट उपलब्ध कराया है। इस ठगी में सभी का कुछ न कुछ रौल है। बाकी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह दबिश दी जा रही है।