'मैं बिल्कुल अकेली थी...', जब Vidya Balan को सरेआम किया गया बुली, दिया गया था ऐसा अवॉर्ड
Vidya Balan ने अपने शानदार अभिनय के दम पर इंडस्ट्री में एक अलग जगह बनाई है। तुम्हारी सुलू से लेकर डर्टी पिक्चर जैसी फिल्मों की जिम्मेदारी उठाने वालीं विद्या को हिंदी सिनेमा में कदम रखे एक दशक से ज्यादा का समय हो चुका है। हाल ही में विद्या ने बताया कि हे बेबी के दौरान जब वह एक अवॉर्ड फंक्शन में थीं तो उन्हें काफी बुली किया गया।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। विद्या बालन आज के समय में किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। डर्टी पिक्चर से लेकर तुम्हारी सुलू और कहानी जैसी फिल्मों से एक्ट्रेस ने न सिर्फ अपने दर्शकों का मनोरंजन किया, बल्कि उन्होंने अपने कंधों पर बिना हीरो के फिल्म की जिम्मेदारी उठाई।
बंगाली फिल्म 'भालो ठेकों' से अपनी शुरुआत करने वाली विद्या ने पहली ही हिंदी फिल्म 'परिणीता' से फैंस का दिल जीत लिया था। अपने आजतक के फिल्मी सफर में विद्या बालन को कई बार ट्रोलिंग भी झेलनी पड़ी। कभी उनके वजन को लेकर मजाक उड़ाया गया, तो कभी ड्रेसिंग सेंस को लेकर।
हालांकि, विद्या अब सभी बातों का जवाब बड़ी ही बेबाकी के साथ देती हैं। लेकिन कहते हैं कि हर समय एक जैसा नहीं होता। विद्या ने हाल ही में बताया कि जब वह इंडस्ट्री में नई थीं तो कैसे सरेआम एक अवॉर्ड फंक्शन में उनका ऐसा मजाक उड़ाया गया कि एक्ट्रेस की आंखों में आंसू आ गए और उन्हें लगा कि उन्हें टार्गेट किया जा रहा है।
विद्या बालन को सबके सामने मिला ऐसा अवॉर्ड
'दो और दो प्यार' एक्ट्रेस ने हाल ही में सैमडिश से खास बातचीत में एक प्रतिष्ठित अवॉर्ड नाइट का वो किस्सा शेयर किया, जहां विद्या बालन को ऐसा लग रहा था कि उन्हें टार्गेट बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि उस दिन उन्हें ये भी एहसास हुआ कि फिल्मी बैकग्राउंड से होने और आउटसाइडर होने में फर्क होता है।
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विद्या बालन ने अवॉर्ड नाइट के बारे में बातचीत करते हुए कहा,
"जब उन्होंने मुझे कहा कि वह मुझे ना-रियल अवॉर्ड देंगे, तो मैंने पूछा मुझे क्यों? मेरे हे बेबी वाले कपड़े मेरी च्वाइस नहीं है। उस समय पर कोई भी ओपिनियन देने के लिए मैं बहुत नई थी। तो उन्होंने कहा, "नहीं, हम एक फन सेगमेंट कर रहे हैं, तो हम ये अवॉर्ड आपको देंगे। मैंने भी सोचा कि चलो ठीक है, फिर मैंने उनसे कहा कि ये मैं अपने कॉस्टयूम डिजाइनर और डायरेक्टर के साथ शेयर करूंगी। तो उन्होंने तुरंत ना कह दिया। मुझे लगा कि ये सही नहीं है"।
जब विद्या को लगा कि लोग उन्हें बुली कर रहे हैं
विद्या ने बातचीत में बताया कि वह तब तक बिल्कुल सपोर्टिव रहीं, जब तक उन्हें ये अंदाजा नहीं था कि आयोजक ये ना-रियल अवॉर्ड किसी और को देने वाले थे, लेकिन बाद में मजाक उड़ाते हुए वो उन्हें दे दिया गया। विद्या ने कहा कि उन्हें लगा कि पूरे सेगमेंट में उन्हें टार्गेट किया गया है।
उन्होंने जब अपने डायरेक्टर और कॉस्टयूम डिजाइनर का नाम लिया, तो इसकी वजह से उन्हें हर जगह से आलोचना मिली। उन्होंने ये भी बताया कि उन्हें कब ये एहसास हुआ कि नेपोटिज्म है।
एक्ट्रेस ने कहा, "उस रात मैं बहुत रोई और पूरी तरह से टूट गयी। मैं टूटी क्योंकि मैं अकेली थी। उस समय मुझे एहसास हुआ कि फर्क पड़ता है अगर आप फिल्मी बैकग्राउंड से नहीं हैं तो, क्योंकि आपके बारे में सोचने वाला कोई नहीं है। मुझे उस वक्त ऐसा लगा कि मुझे बुली किया जा रहा है, क्योंकि मेरे ऊपर किसी का हाथ नहीं है।
शुरुआत में मुझे लगा ये जोक है, तो मैंने सोचा जाने दे, लेकिन जब बाद में इसका एहसास हुआ कि वह मेरा मजाक उड़ा रहे हैं, तो ये मेरे लिए बिल्कुल भी फनी नहीं रहा"। आपको बता दें कि हाल ही में विद्या बालन की फिल्म 'दो और दो प्यार' रिलीज हुई है। बॉक्स ऑफिस पर ये फिल्म अच्छा बिजनेस नहीं कर रही है।
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