Move to Jagran APP

BJP विधायकों को रिसॉर्ट में किसने रोका? आरोप लगने से कन्फ्यूजन बढ़ी तो वसुंधरा राजे ने अमित शाह को दी सफाई

राजस्थान में सीएम पद को लेकर चल रही हलचल के बीच वसुंधरा विरोधी खेमा उन्हे रोकने के लिए लगा हुआ है। इनमें संगठन महामंत्री चंद्रशेखर प्रमुख हैं। पार्टी के एक प्रदेश पदाधिकारी का कहना है कि हेमराज ने चंद्रशेखर के कहने से ही दुष्यंत पर आरोप लगाकर वसुंधरा की छवि खराब करने की कोशिश की है। उल्लेखनीय है कि भाजपा प्रदेश में कई खेमों में बंटी हैं।

By AgencyEdited By: Amit SinghPublished: Thu, 07 Dec 2023 04:36 PM (IST)Updated: Thu, 07 Dec 2023 07:12 PM (IST)
राजस्थान में सीएम पद को लेकर सस्पेंस के बीच पांच विधायक पहुंचे रेसॉर्ट (प्रतीकात्मक फोटो)

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में नए मुख्यमंत्री को लेकर चल रही हलचल के बीच भाजपा विधायक ललित मीणा के पिता हेमराज मीणा ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह पर विधायकों की बाड़ेबंदी करने और उन्हे जबरन रोकने का आरोप लगाया है। हेमराज खुद पूर्व विधायक हैं। इस बार वसुंधरा की मर्जी से उनका टिकट काटकर पुत्र ललित को टिकट दिया गया था।

loksabha election banner

मीणा ने गुरूवार को जयपुर स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया कि मंगलवार देर रात बांरा-झालावाड़ जिलों के विधायकों को दुष्यंत सिंह जयपुर लेकर आए थे। विधायकों को सीकर रोड़ स्थित आपणो राजस्थान रिसोर्ट में रूकवाया गया। इस दौरान कुछ विधायक दिल्ली रोड़ स्थित किसी रिसोर्ट में जाने को लेकर बातचीत कर रहे थे तो ललित को बाड़ेबंदी का शक हुआ। इस पर उन्होंने अपने पिता को फोन किया। पिता ने प्रदेशाध्यक्ष सी.पी.जोशी व संगठन महामंत्री चंद्रशेखर को फोन पर इस बारे में जानकारी दी।

गाड़ी पर किया गया पथराव!

हेमराज ने आरोप लगाया कि जब वे जोशी व अन्य पदाधिकारियों के साथ अपने पुत्र को लेने के लिए पहुंचे तो वहां मौजूद विधायक कंवरलाल ने विरोध करते हुए कहा, दुष्यंत की मर्जी के बिना यहां से किसी को नहीं लेकर जा सकते हैं। हेमराज ने कहा, मैने दुष्यंत सिंह को फोन किया, लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया। इसके बाद जोशी और विधायक भजनलाल शर्मा रिसोर्ट में पहुंचे और ललित को अपने साथ लेकर आए। कंवरलाल के समर्थकों ने हमारी गाड़ी पर पथराव भी किया। जिससे गाड़ी का शीश टूट गया।

हेमराज ने कहा ,मैं और मेरा पुत्र पार्टी के साथ हैं। सीएम का फैसला पार्टी करेगी। सूत्रों के अनुसार इस बारे में वसुंधरा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बात की है। उन्होंने शाह से बाड़ेबंदी जैसी किसी तरह की घटना से इनकार किया है।वसुंधरा ने ट्वीट कर कहा,राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा की प्रचंड विजय इस बात का प्रतिक है कि पीएम नरेन्द्र मोदी की गारंटी के आगे कांग्रेस के झूठे वादे और दावे नहीं चले।

हेमराज को घेरा

कंवरलाल ने कहा, हेमराज व्यक्तिगत रूप से दुष्यंत के खिलाफ हैं। उनका टिकट काटकर पुत्र को दे दिया गया, जिसके लिए वे वसुंधरा को जिम्मेदार मानते हैं। बाड़ेबंदी जैसी कोई बात नहीं थी। विधायक अपनी मर्जी से रात्रिभोज और आराम करने गए थे। कंवरलाल ने कहा, जब हेमराज हमें रिसोंर्ट में होने की बात कह रहे हैं तो फिर वहां पत्थर कैसे आते जो हम उनकी गाड़ी पर फेंकते। इससे साफ है कि वे झूठ बोल रहे हैं।

यह भी पढ़ें: 'कांग्रेसी नेता चला रहे हैं देश को बांटने की योजना', रेवंत रेड्डी के डीएनए वाले बयान पर बवाल; भाजपा नेता ने कही ये बात

जोशी और सिंह यह बोले

जोशी ने बाड़ेबंदी जैसी घटना से इनकार किया है। उन्होंने कहा, होटल जैसी किसी बात की मुझे जानकारी नहीं है। यह सही है कि ललित के पिता मुझसे मिले थे। लेकिन यह सामान्य मुलाकात थी। वहीं प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा, कोई बाड़ेबंदी नहीं हुई। भाजपा के कार्यकर्ताओं को कौन रोक सकता है। पर्यवेक्षक की नियुक्ति के बाद होगी विधायक दल की बैठक। संसदीय बोर्ड मुख्यमंत्री का नाम तय करेगा।

यह है राजनीति

सीएम पद को लेकर चल रही हलचल के बीच वसुंधरा विरोधी खेमा उन्हे रोकने के लिए लगा हुआ है। इनमें संगठन महामंत्री चंद्रशेखर प्रमुख हैं। पार्टी के एक प्रदेश पदाधिकारी का कहना है कि हेमराज ने चंद्रशेखर के कहने से ही दुष्यंत पर आरोप लगाकर वसुंधरा की छवि खराब करने की कोशिश की है। उल्लेखनीय है कि भाजपा प्रदेश में कई खेमों में बंटी हैं। एक खेमा वसुंधरा का है तो दूसरा खेमा प्रदेशाध्यक्ष जोशी,चंद्रशेखर सहित अन्य नेताओं का है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अर्जुन राम मेघवाल के भी अपने-अपने खेमे हैं।

यह भी पढ़ें: एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ को नया सीएम मिलने में लगेगा चार से पांच दिन का समय, कारण जान लीजिए


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.